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पूर्णिया: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा में हो रहे पेपर लीक पर लगातार हो रही राजनीति और माफियाओं के आरोपों को लेकर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि बीपीएससी कोई मुद्दा नहीं है, असली मुद्दा देश में हो रहे पेपर लीक का है, जिसमें नेताओं के परिवारों और माफिया का कनेक्शन सामने आ रहा है। पप्पू यादव ने कहा कि ‘‘नीट पेपर लीक में भी परीक्षा माफियाओं के राजनीतिक दलों के साथ तस्वीरें सामने आईं हैं। यह स्पष्ट है कि बिना सत्ता के संरक्षण के पेपर लीक संभव नहीं है।’’ उन्होंने इस माफिया के नेटवर्क को उजागर करने की बात कही और दावा किया कि यह साजिश बच्चों के भविष्य को खत्म करने की है।
उन्होंने यह भी कहा कि 31 मार्च से जब सदन खुलेगा, तो वे इसे चलने नहीं देंगे। उनका कहना था कि चंद्रशेखर रावण और ओवैसी के साथ मिलकर इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा की जाएगी ताकि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का भविष्य बर्बाद न हो। उन्होंने बीपीएससी के चार लाख अभ्यर्थियों का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि राजनीतिक दलों और कोचिंग माफियाओं ने इस आंदोलन को कमजोर किया है। पप्पू यादव ने यह भी कहा कि उनकी कोई राजनीति की मंशा नहीं है, बल्कि बच्चों के भविष्य के साथ हो रही साजिश को खत्म करने की उनकी लड़ाई है।
पप्पू यादव ने कहा, ‘‘हमने सभी विपक्षी दलों से आग्रह किया है कि इस आंदोलन को बिना किसी राजनीतिक पार्टी के बैनर के साथ लड़ा जाए। यह लड़ाई केवल बीपीएससी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे पेपर लीक सिस्टम पर है।’’ उन्होंने यह भी बताया कि हाई कोर्ट में 150 पेज की याचिका दायर की गई है, जिसमें बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई है। इसके अलावा, अलग से कोर्ट में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ भी केस दायर किया गया है।
पप्पू यादव ने आगामी बिहार बंद के लिए सभी दुकानदारों का समर्थन मिलने की बात कही और यह भी स्पष्ट किया कि यह बंद हरा-नीला झंडा और युवा शक्ति के बैनर तले होगा। उन्होंने कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों से भी सहयोग की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा, 31 मार्च से संसद सत्र शुरू होने पर हम इसे चलने नहीं देंगे, हम इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा की मांग करेंगे।