City Post Live
NEWS 24x7

एनआइए जज की हत्या के लिए 2 करोड़ की सुपारी .

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : NIA कोर्ट के जज की हत्या के लिए शूटरों को  2 करोड़ रुपए की सुपारी दिए जाने की खबर सामने आई है.एक गुमनाम पात्र के अनुसार डील के बाद एडवांस के तौर पर 75 लाख रुपए की पहली किश्त भी बिहार के शूटरों को दी थी. एक गुमनाम पत्र रांची के खेलगांव थाने को मिला था जिनमें इन बातों का जिक्र है कि एनआइए के जज की हत्या के लिए रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद पीएलएफआई उग्रवादियों और अमन साहू से जुड़े गुर्गों ने जज की हत्या की योजना बनायी है. इसे लेकर बाकायदा रिम्स के इलाज के दौरान दो कैदियों जिनमें प्रभु प्रसाद साहू और निवेश कुमार पोद्दार ने शूटरों को 75 लख रुपए बतौर एडवांस्ड दिया था.

ये दोनों होटवार जेल से इलाज के लिए रिम्स गए थे उसी दरम्यान ये डील हुई थी. मामले की जानकारी गुमनाम पत्र से मिलने के बाद खेलगांव पुलिस ने मामला दर्ज किया है और मामले की जांच में जुट गई है. इस पूरे मामले में कुल 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें  NIA के केस में जेल बंद बंद सोनू पंडित, निवेश कुमार पोद्दार, प्रभु प्रसाद साहू, मनोज कुमार चौधरी और एटीएस केस में बंद चंदन कुमार साहू शामिल हैं. चंदन कुमार साहू गैंगस्टर अमन साहू गिरोह से जुड़ा है जबकि अन्य का ताल्लुक पीएलएफआई  और टेरर फंडिंग से जुड़ा है.

पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा है कि 18 अक्टूबर को खेलगांव पुलिस की एक गुमनाम पत्र मिला था. इसमें जिक्र किया गया था कि जेल में बंद कैदियों के द्वारा एनआईए कोर्ट के जज की हत्या की योजना तैयार की गई है. इसके लिए प्रभु प्रसाद साहू और निवेश कुमार पोद्दार ने जेल से इलाज के बहाने रिम्स जाकर बिहार के शूटरों को 75 लाख रुपए दिए थे. हालांकि, पुलिस ने जब इनसे पूछताछ की है तो तो सभी आरोपियों ने इन बातों को सिरे से खारिज किया है. फिलहाल मामले को लेकर झारखंड पुलिस जांच रही है, लेकिन जिस तरह से इस पूरी साजिश की जानकारी मिली है वो चिंताजनक है. ऐसा इसलिए क्योंकि न्यायिक कार्यों में लगे न्यायाधीश भी अब अपराधियों के टारगेट पर हैं.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.