सिटी पोस्ट लाइव : जीतन राम मांझी की बहू के चुनाव को लेकर एलजेपी ( रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान पर निशाना साधनेवाले बाहुबली नेता आनंद मोहन का साथ हम सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष, बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन भी देने को तैयार नहीं है.गौरतलब है कि आनंदमोहन उनके बेटे चेतन आनंद और चिराग पासवान के बीच शुरू हुई जुबानी जंग अब पासवान- ठाकुर के बीच की जंग में तब्दील हो गई है.दोनों के समर्थक सड़क पर उतर चुके हैं. चिराग के समर्थक आनंद मोहन का और आनंद मोहन के समर्थक चिराग का पुतला जला रहे हैं. संतोष मांझी जिनकी पत्नी के चुनाव प्रचार में नहीं जाने को लेकर आनंद मोहन ने चिराग पर हमला किया था.
संतोष मांझी आनंद मोहन और चिराग पासवान के बीच जारी जंग का हिसास बनने को तैयार नहीं.उन्होंने कहा कि गठबंधन के तमाम नेताओं ने उनकी पत्नी के लिए प्रचार किया .सबके सहयोग से पत्नी चुनाव जती गई है.वो आरोप प्रत्यारोप की राजनीति नहीं करते. जाहिर है संतोष मांझी ये समझ चुके हैं कि अगर वो आनंद मोहन का साथ देगें तो पासवान नाराज हो जायेगें और चिराग का साथ देने पर ठाकुर. लेकिन पशुपति पारस के बारे में वो जरुर ये कहने से नहीं हिचकिचाते कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस एनडीए में नहीं है. उन्होंने कहा कि अभी हमारे साथ पांच ही दल हैं और हम लोग पांच डाल हैं पारस अभी nda में नहीं है .
संतोष मांझी ने कहा कि चार उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को अपनी औकात का पता चल गया इसलिए आनाप शनाप बयान दे रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा करते हैं जनता के लिए और उनको सवाल उठाने का हक़ नहीं है. विपक्ष को जनता ने नकार दिया है.विपक्ष अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा रहा .तेजस्वी यादव भी यात्रा शुरू करते हैं लेकिन कभी उसे पूरा नहीं कर पाते.सत्ता में रहते हैं तो जनता याद नहीं आती है.सत्ता से बाहर हैं,जनता की मदद कर नहीं सकते तो जनता के बीच जा रहे हैं. उन्होंने तेजस्वी यादव को नकलची नेता बताया कहां कि उनका काम है नकल करना. नीतीश कुमार ने आरक्षण बढ़ाया तो अब आरक्षण को मुद्दा तेजस्वी बनाने की कोशिश कर रहे हैं.