गंगा और सहायक नदियों में उफान, सताने लगा है बाढ़ का खतरा.
Swelling in the Ganga and its tributaries, the threat of flood has started troubling.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पिछले एक सप्ताह से मानसून शुष्क है.बारिश नहीं होने से किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है.लेकिन दूसरी तरफ पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण तमाम नदियों में जल का स्तर लगातार बढ़ रहा है.बिहार के बक्सर में भी गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटे में नदी के जलस्तर में 2 मीटर की बढ़ोतरी हुई है. केंद्रीय जल आयोग से मिले अपडेट के अनुसार गंगा का जलस्तर हर घंटे लगभग 2 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है. इसके कारण बक्सर में नदी का जलस्तर 54 मीटर तक पहुंच गया है. जिसके चलते प्रसिद्ध रामरेखा घाट के अलावा नगर के अन्य कई घाटों पर दर्जनों से अधिक सीढि़यां पानी में डूब गया है.
गंगा की सहायक नदियां भी उफान पर आ गई है. लगातार हो रहे गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ की संभावित खतरे से दियारा इलाके के लोगों की चिंताएं पहले से ही बढ़ गई हैं. प्रशासन भी लगातार बाढ़ क्षेत्र का जायजा ले रहा है.बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल के अनुसार बाढ़ के संभावित खतरे के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड़ में है. लगातार नदी के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है.बाढ़ प्रमंडल सहित सभी आपदा प्रबंधन के अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है कि अगर कोई भी समस्या आए तो निपटने के लिए तैयार रहें.
डीएम के अनुसार सरकारी नाव के अलावा जिलेभर में अब तक कुल 126 निजी नाव से जिला प्रशासन ने एकरारनामा किया है. इसके तहत आपदा पीड़ितों को सहायता प्रदान की जाएगी. डीएम ने बताया कि बक्सर में चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर पर है. नदी अभी भी चेतावनी बिंदु से लगभग 4 मीटर दूर है. वहीं खतरे का निशान 60.32 मीटर है.सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा द्वारा बाढ़ को लेकर राहत-बचाव की पूरी तैयारी कर लेने का दावा किया गया है. उन्होंने बताया कि बनारपुर, चौसा, जरीगांवा आदि बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को ऊंचे स्थान पर रहने की सलाह अभी से दी जा रही है. इसके अलावा बक्सर-कोईलवर तटबंध की भी स्थिति का जायजा लिया गया.
Comments are closed.