सिटी पोस्ट लाइव : दिवाली और छठ पर्व में कई विशेष ट्रेनों की घोषण के वावजूद दूसरे राज्यों से बिहार आने के लिए किसी भी ट्रेन में टिकेट उपलब्ध नहीं है.ट्रेन में जगह नहीं है और हवाई जहाज का किराया आसमान छू रहा है.. कुछ ट्रेनों में तो अभी से वेटिंग भी बंद है. दिल्ली-पटना रूट पर 6-7 हजार रुपए में मिलने वाला फ्लाइट का टिकट भी 07 नवंबर से 10,000 से अधिक में मिल रहा है.पर्व को लेकर देश में यात्रा करना विदेश जाने से भी महंगा हो गया है.
10 नवंबर को विस्तारा पटना फ्लाइट यूके 715 का किराया 24497 रुपए है. इसी दिन एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 407 का किराया 22523 रुपए है. जबकि, इंडिगो की फ्लाइट 6ई 2482 का किराया 19615 रुपए है. दिवाली के दिन भी 12 नवंबर को एयर इंडिया की दिल्ली-पटना फ्लाइट का किराया 22523 रुपए पहुंच गया है. जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आते जा रहे हैं, किराए में बढ़ोतरी भी होती जा रही है
ट्रेन और हवाई जहाज का टिकट नहीं मिलने पर बड़ी संख्या में लोग टैक्सी का सहारा लेने को मजबूर हैं. पटना टैक्सी यूनियन संघ के अनुसार इस बार तकरीबन 06 से 07 हजार टैक्सी पटना और बिहार के अन्य जिलों में यात्रियों को लेकर बाहर से आएगी. ओला और उबर की हजार से 1200 टैक्सियां केवल दिल्ली सहित अन्य शहरों से पटना पहुंचती हैं. दिल्ली से पटना तक आने में लोगों का औसत खर्च 30 से 35 हजार रुपए के बीच पड़ता है. इसमें टैक्सी भाड़ा लगभग 26 हजार और टोल टैक्स पांच हजार रुपए यात्री को चुकाने पड़ते हैं.
सामान्य दिनों में 14 हजार में मिलने वाले टैक्सी का भाड़ा भी 25 हजार के पार पहुंच गया है. दूसरी ओर दिल्ली से पटना और दरभंगा के लिए 08 से 17 हजार रुपए में फ्लाइट का टिकट उपलब्ध है.दिल्ली, यूपी, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों से परिवहन बस बिहार के विभिन्न शहरों में पहुंचने लगी है. पटना के अलावा, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण आदि जिलों में ये बसें आ रही हैं. उधर, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने भी अपने स्तर से इसकी तैयारी शुरू की है.
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