सिटी पोस्ट लाइव : पटना जिले में अचानक मौसम में आए बदलाव और मानसून की पहली बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. रात साढ़े 8 बजे अचानक तेज हवा के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई. कई इलाकों में वज्रपात भी हुआ. आकाशीय बिजली ने कहीं लोगों की जान गई तो कहीं खेत में लगे पेड़ को ही जला दिया. वज्रपात की ऐसी ही दो तस्वीरें जमुई जिले के खैरा इलाके से आई है, जहां आसमान से गिरे बिजली ने बांस और ताड़ के खेत मे ही आग लगा दी. वज्रपात के बाद खेत का बांस धूं-धूं कर जलने लगा.
बुधवार की शाम जमुई जिले के खैरा के गोपालपुर के चरघरा गांव में वज्रपात के कारण जलते बांस की आग की लपटें कई फीट ऊंचाई तक दहकते देखा गया. बांस के खेत में वज्रपात के वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितना खतरनाक था. गनीमत रही कि वज्रपात खेत में हुआ तब वहां कोई नहीं था हालांकि आसपास कई घर थे.
ऐसी ही एक और घटना खैरा थाना इलाके के चुआं पंचायत के चिंदी गांव की आ रही है, जहां वज्रपात के कारण आधा दर्जन ताड़ के पेड़ में आग लग गई, आग के कारण ताड़ के पेड़ कुछ ही देर में जलकर राख हो गया, हालांकि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ. अचानक मौसम में बदलाव और मानसून की पहली बारिश के दौरान वज्रपात से जहां खेत में लगे पेड़ जलकर राख हुए हैं, लोगों की जानें भी गई है. जिले में वज्रपात के कारण दो लोगों की मौत हो गई.
पहली घटना नगर थाना इलाके के लखनपुर गांव की है जहां आकाशीय बिजली गिरने से घर के बाहर खड़े 20 वर्षीय युवक दुखन मांझी की मौत हो गई, जबकि गिद्धौर थाना इलाके के रतनपुर गांव में 63 वर्षीय बुजुर्ग अशोक पांडेय की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जब बिजली गिरा तो बुजुर्ग खेत में काम कर रहा था. घटना के बाद दोनों के परिवार वाले सदर अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
वज्रपात के साथ आंधी और बारिश ने भले ही लोगों को गर्मी से राहत दी लेकिन तबाही भी लाई है. शहर में स्थित श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम के छत का शेड आंधी के कारण कई मीटर दूर सड़क पर जा गिरा. आंधी इतनी तेज थी कि स्टेडियम का शेड सड़क के दूसरी तरफ पेड़ से लटका दिखा, वहीं शहर में कई जगह पेड़ जड़ से उखड़ गए, जिसका प्रभाव बिजली आपूर्ति पर भी पड़ा है.