सिटी पोस्ट लाइव : मौसम विभाग के अनुसार जुलाई में उत्तर भारत में उतनी बारिश नहीं हुई. लेकिन, अगस्त की शुरुआत से मानसून टर्फ उत्तर में शिफ्ट होना शुरू हुआ, जिसकी वजह से अगस्त की शुरुआत से उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में जमकर की बारिश हुई. आईएमडी के अनुसार 22 अगस्त तक उत्तरी राज्य जैसे कि बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान और पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में माध्यम से भारी वर्षा की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि कई राज्यों में तो बारिश ने अपने महीने के औसत कोटे को 15 दिन के अंदर ही पार कर लिया है, लेकिन आने वाले दिनों में भारी बारिश चिंता का सबब बन सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर बन रहा है, इसके वजह से पूर्वी राज्यों जैसे कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल और उनसे सटे राज्यों में बहुत भारी बारिश हो सकती है. इसके वजह से शुक्रवार को भी ओडिशा में जमकर बारिश हुई. इस साइक्लोनिक सिस्टम का प्रभाव अगले से 3 दिनों में पश्चिम बंगाल, झारखंड के साथ-साथ बिहार के कुछ हिस्सों में भी देखने को मिल सकता है. साइक्लोन का प्रभार धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम भारत की ओर बढ़ सकता है, जिसका असर दिल्ली में भी देखने को मिल सकता है.
पश्चिम बंगाल और झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है. वहीं, पहाड़ों पर हालत बुरा होने वाला है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, तमिलनाडु, और पुडुचेरी में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा, लगभग 7 सेमी तक होने की संभावना है. समुद्री इलाकों जैसे कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से सटे राज्यों में 35 km/hr से लेकर 65 km/hr की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है. मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है.
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