सिटी पोस्ट लाइव : बिहार से मानसून रूठा हुआ है. कई दिनों से बिहार में अच्छी बारिश नहीं होने से किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है. जिन किसानों ने धान की रोपाई कर दी उनको लगातार कृत्रिम तरीके से पटवन का आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है. आम लोग उमस भरी गर्मी से त्राहिमाम कर रहे हैं. उमस भरी गर्मी से लोगों के बिजली बिल में बढ़ोतरी हो रही है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बिहार से मॉनसून की बेरुखी का कारण जलवायु परिवर्तन है. इस पर और अधिक रिसर्च करने की जरूरत है.
मॉनसून की ट्रफ लाइन 12 जुलाई से बिहार की भौगोलिक सीमा से बाहर है. इस वजह से मॉनसून बेहद कमजोर बना हुआ है. यही स्थिति आने वाले दिनों में भी देखने को मिलने वाली है. फिलहाल मौसम में बदलाव की कोई संभावना नहीं है. पूरे बिहार के हिसाब से मॉनसून अभी भी अच्छी स्थिति में है लेकिन बिहार में अभी भी 36 फीसदी वर्षा की कमी बनी हुई है. चक्रवातीय परिसंचरण, पश्चिमी विक्षोभ, टर्फ लाइन जैसे मौसमी सिस्टम मॉनसून को सक्रिय रखने में कारगर है. इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन भी मॉनसून को कमजोर करने का सबसे बड़ा कारण है. मॉनसून में जो बदलाव दिख रहा है उसका सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन ही है.
फिलहाल अगले 72 घंटों तक मौसम में कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है. आज बिहार के कुछ जगहों पर छिटपुट वर्षा हो सकती है लेकिन इसका मौजूदा स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. फिलहाल कोई भी मौसमी सिस्टम एक्टिव नहीं है इस वजह से बिहार में अच्छी बारिश का अभी कोई संभावना नहीं है. लेकिन आज बिहार के उत्तरी भाग के सभी जिलों के अलावा भोजपुर, बक्सर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद और गया के कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है. वहीं शेष जिलों में कहीं कहीं छिटपुट वर्षा का पूर्वानुमान है.
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