सिटी पोस्ट लाइव : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा शुक्रवार को ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें पास कराने का ठेका लेने वाले साल्वर गिरोह के कई और सदस्यों की पहचान की जा रही है.हजारीबाग से परीक्षा के पूर्व 266 अभ्यर्थियों और गिरोह के चार सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद मिले साक्ष्य की तकनीकी अनुसंधान जारी है. जांच टीम की छानबीन में ये बातें भी सामने आ रही हैं कि इस बार संगठित गिरोह ने पेपर लीक का माड्यूल बदल दिया था.
परीक्षा के पूर्व गिरोह के सदस्य या सेट अभ्यर्थियों की गलती से उत्तर लीक न हो जाए, इस वजह से उन्हें हायर कर उन्हें प्रश्नों के उत्तर की तैयारी करवाई जा रही थी. संगठित गिरोह और सेट अभ्यर्थियों के बीच दस-दस लाख में सौदा किया गया था.हजारीबाग में छापेमारी के दौरान छह सौ एडमिट कार्ड बरामद होने की बात सामने आई थी. ऐसे में साल्वर गिरोह और सेट अभ्यर्थियों के बीच डील का अंदाजा लगाया जा सकता है.सूत्रों के अनुसार गिरोह के सदस्य या फिर सेट अभ्यर्थियों की गलती से कहीं परीक्षा के पूर्व ही उत्तर इंटरनेट मीडिया पर लीक न हो जाए, इसके लिए सेट अभ्यर्थियों को बस और अन्य साधनों से होटल में ठहराया गया था.उनसे मूल प्रमाण पत्र, ब्लैंक चेक सहित अन्य कागजात और मोबाइल तक रखवा लिया गया था.
बिहार के बाहर सेटिंग करने के लिए गिरोह में झारखंड के भी कुछ साल्वर शामिल किए गए थे. किसी को संदेह न हो इस वजह से गिरोह सेट अभ्यर्थियों को सभी को बिहार से बाहर सीमावर्ती जिले के आसपास रखकर उन्हें उत्तर रटवाने का काम भी कर रहा था.इस मामले में अभ्यर्थियों के अलावा हाजीपुर और हजारीबाग के चार साल्वरों को दबोचा जा चुका है. ऐसा माना जा रहा है कि गिरोह के कई और सदस्य है, जो अलग अलग हिस्सों में सेट अभ्यर्थियों ले गए थे.
Comments are closed.