हम नहीं सुधरेगें का कसम खा चुके हैं बिहार के शिक्षक.
KK Pathak की कड़ाई के वावजूद औचक निरीक्षण में गायब मिले शिक्षक, काटा गया उनका वेतन.
सिटी पोस्ट लाइव :शिक्षा विभाग की कमान अपने हाथ में लेने के बाद बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक राज्य की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं. स्कूल-कॉलेजों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं.लेकिन फिर भी शिक्षक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे.औचक निरीक्षण के दौरान, राज्य के विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से 1,256 शिक्षक और कर्मचारी बिना किसी सूचना के फिर फरार पाए गए हैं.
सरकारी स्कूलों के निरीक्षण रिपोर्ट और विश्वविद्यालयों से शिक्षा विभाग को शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की भेजी जा रही उपस्थिति रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है. फरार पाए गये शिक्षकों व कर्मचारियों में सबसे ज्यादा शिक्षक-कर्मचारी संबद्ध डिग्री कॉलेजों के हैं. विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के सरकारी स्कूलों से 229 शिक्षक बिना किसी सूचना के गायब पाए गए, जबकि ऐसे शिक्षकों की संख्या कॉलेजों में 459 रही. सरकारी स्कूलों से 229 शिक्षकों के साथ ही प्रखंड शिक्षा कार्यालयों के छह कर्मचारी बिना किसी सूचना के फिर फरार पाए गए हैं.
इन सभी 235 शिक्षक-कर्मचारियों के बिना सूचना फरारी वाले दिन के वेतन बंद किए गए हैं. 32,497 स्कूलों के निरीक्षण हुए. उनमें 3,291 स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत और उससे कम, 26,149 स्कूलों में 50 से 75 फीसदी एवं 3,057 स्कूलों में 75 प्रतिशत अधिक पायी गयी.दूसरी ओर उसी दिन राज्य के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से 1,021 शिक्षक तथा कर्मचारी बिना किसी सूचना के गायब पाए गये हैं. बिना सूचना गायब पाये गये प्राध्यापकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के उस दिन के वेतन बंद किए गए हैं.
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