सिटी पोस्ट लाइव : नई दिल्ली में कोचिंग के बेसमेंट में बरसाती पानी भर जाने से 3 छात्रों की हुई मौत के बाद पटना जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.ओअतना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कोचिंग संस्थानों की जांच और वहां सुरक्षा के नियमों के पालन के संबंध में एक जांच टीम का गठन कर दिया है. डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कोचिंग संस्थानों की जांच का आदेश दिया है और इसके लिए पटना में अनुमंडलवार जांच टीम का गठन किया है. इसमें 6 सदस्यीय टीम के अध्यक्ष एसडीएम होंगे. इसमें अग्निशमन अधिकारी, सीओ, बीईओ और क्षेत्र के थानाध्यक्ष सदस्य होंगे.
डीएम के आदेश के अनुसार कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन से लेकर सुरक्षा मानकों की जांच होगी. इसमें बिल्डिंग बायलॉज, फायर सेफ्टी, प्रवेश और निकास की व्यवस्था, इमरजेंसी हालात से निपटने की व्यवस्था की जांच करेंगे . पटना में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं कोचिंग के लिए आते हैं. यहां कई छोटे-बड़े कोचिंग सेंटर्स हैं जो आईएएस से लेकर जेईई आदि समेत कई अन्य परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं. नया टोला इलाके में तो मुख्य तौर पर कोचिंग सेंटर्स ही मुख्य बिजनेस है. यहां कई प्रकार की कोचिंग दी जा रही है.
पटना के लोगों का कहना है कि डीएम ने केवल कोचिंग सेंटर्स को ही क्यों जांच के दायरे में लिया है. उन्हें लाइब्रेरी, हॉस्टल और अन्य को भी जांच में शामिल करना चाहिए. यहां मोटी फीस लेने वाली संस्थाओं में सुरक्षा और अन्य नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है तो सामान्य कोचिंग से क्या अपेक्षा होगी? कोचिंग सेंटर्स में टायलेट तक नहीं है वहां फायर सेफ्टी तलाशना मजाक जैसा है. लोगों ने कहा कि हॉस्टल में भी सुरक्षा आदि की जांच होनी चाहिए.
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