विनोबा भावे विवि के छात्रों की समस्याओं को लेकर एनएसयूआई ने कुलपति से की मुलाकात

Rahul
By Rahul

सिटी पोस्ट लाइव
हजारीबाग ।
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के छात्रों की लंबित समस्याओं को लेकर शुक्रवार को एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने कुलपति से मुलाकात की। छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए 20 प्रमुख मांगें रखी गईं, छात्र नेता अभिषेक राज ने विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों की समस्याओं की अनदेखी पर आड़े हाथों लिया और कहा कि स्पेशल जेनेरिक पेपर की परीक्षा को फिर से आयोजित किया जाए और बीएड के पूर्वार्ती छात्रों के लिए विशेष मैथड पेपर की परीक्षा तुरंत कराई जाए।

साथ ही पीएचडी प्रवेश परीक्षा के शीघ्र आयोजन की भी मांग की गई। बॉयज हॉस्टल और सरोजनी नायडू गर्ल्स हॉस्टल को जल्द से जल्द खोलने और बंद पड़ी बस सेवा को पुन: शुरू करने की मांग उठाई गई। कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों और अन्य शैक्षणिक सुविधाओं का उन्नयन एवं नियमित रखरखाव सुनिश्चित करने को कहा गया,छात्रों के पहचान पत्र उपलब्ध कराने और स्मार्ट आइडेंटिटी कार्ड सिस्टम लागू करने की मांग भी प्रमुखता से रखी गई। इसके अलावा, दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट पहनकर ही परिसर में प्रवेश को अनिवार्य बनाने की बात कही गई।

विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए ठोस कदम उठाने और प्रत्येक विभाग के वाहन पार्किंग के पास सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत पर बल दिया गया। खेलकूद सुविधाओं में सुधार की मांग करते हुए कहा गया कि छात्रों के लिए खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाए। बास्केटबॉल कोर्ट को खेलने के लिए खोला जाए और फुटबॉल व क्रिकेट मैदानों की साफ-सफाई कर उन्हें खेलने योग्य बनाया जाए। अंगीभूत कॉलेजों में पीटीआई (शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक) की नियुक्ति की भी मांग उठाई गई, ट्रायबल और रेजीनॉल लैंग्वेज में पोस्टग्रेजुएट पाठ्यक्रम शुरू करने, विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर नामांकन शुल्क और रिफंड पॉलिसी की जानकारी उपलब्ध कराने और शैक्षणिक समितियों में छात्र प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने की मांग की गई। पिछले छह वर्षों से लंबित छात्र संघ चुनाव को लेकर नाराजगी व्यक्त की गई और लिंगदोह समिति के दिशानिदेर्शों के अनुसार एक महीने के भीतर चुनाव कराने की मांग की गई।

इसके अलावा, सभी विभागों में छात्रों के लिए 75% उपस्थिति अनिवार्य करने, आवश्यकता आधारित शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द पूरा करने और लॉ सत्र 2024 की नामांकन प्रक्रिया शीघ्र समाप्त करने पर जोर दिया गया, अभिषेक राज ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इन सभी मुद्दों पर प्राथमिकता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि इन मांगों पर त्वरित और ठोस कदम नहीं उठाए गए तो छात्र मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। मौके पर मौजूद छात्रों ने भी इन मांगों का समर्थन किया और कहा कि ये सभी समस्याएं उनके शैक्षणिक और सामाजिक विकास से सीधे तौर पर जुड़ी हुई हैं।

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