सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के चर्चित IAS अधिकारी के.के.पाठक का ऑपरेशन एजुकेशन जारी है.शिक्षा विभाग की कमान मिलने के साथ ही के.के.पाठक एक्शन में हैं.विभाग में अधिकारियों का तबादला हो या फिर शिक्षा को लेकर कोई बड़ा फैसला, अब केवल के.के.पाठक की चलेगी.के.के. पाठक की पहचान एक कड़क ,रोबदार और ड्राई ऑनेस्ट ऑफिसर की है.जिस भी विभाग में गये, उसका हुलिया हे बदल दिया.वो केवल नेताओं को ही नहीं बल्कि अपने विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी बहुत खटकते हैं.
जून महीने के आखिरी सप्ताह में शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले होते हैं.ईन तबादलों में बड़ा खेल होता है.लेकिन के.के. पाठक के हाथ में विभाग की कमान आ जाने के बाद सारा खेल ठप्प है.के.के. पाठक के आदेश से महकमे में खलबली मची हुई है.अकसर तबादले को लेकर इस विभाग के मंत्री और सचिव के बीच तलवारें खींचती हैं.लेकिन के.के पाठक किसी तरह के दबाव में काम करने के आदी नहीं हैं.उनके चार आदेश के बाद विभाग के चर्चा शुरू हो गई कि के.के.पाठक का ऑपरेशन एजुकेशन शुरू हो चूका है.
दरअसल, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कई आदेश और बयानों से विवाद खड़ा हो गया था. आदेश को लेकर शिक्षा मंत्री पर मनमानी करने के आरोप लगे थे. लेकिन इस बार अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में शिक्षा मंत्री की मनमानी नहीं चलेगी. क्यों कि 24 से 27 जून के बीच अपर मुख्य सचिव ने तीन जिलों में डीईओ का अतिरिक्त प्रभार डीपीओ को दे दिया है. आशंका यह जताई जा रही कि विवाद की वजह से हो सकता है कि इस बार बड़े पैमाने पर अधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग न हो. नियमित पदस्थापन होने तक वित्तीय अधिकार देकर अतिरिक्त प्रभार वाले अफसरों से काम चलाई जाए.
सीतामढ़ी के वरीय जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार पाठक को जिला शिक्षा पदाधिकारी सीतामढ़ी के रिक्त पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. शिक्षा विभाग ने उन्हें वित्तीय अधिकार भी दिया है.आदेश में कहा गया है कि नियमित पदस्थापन या अन्य वैकल्पिक व्यवस्था होने तक यह काम करेंगे. इस आदेश पर अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग का अनुमोदन प्राप्त है. शिक्षा विभाग के निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार चौधरी ने यह पत्र 24 जून को जारी किया था. वहीं 24 तारीख के एक दूसरे आदेश में सहरसा के वरीयतम जिला कार्यक्रम पदाधिकारी जियाउल होदा को जिला शिक्षा पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया.
इसी तरह का आदेश 27 जून को भी जारी हुआ, जिसमें कहा गया कि मधुबनी के वरीयतम जिला कार्यक्रम पदाधिकारी जावेद आलम को जिला शिक्षा पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया जाता है. इन्हें वित्तीय अधिकार होगा. नियमित पदस्थापन के बाद इनका अधिकार स्वतः समाप्त हो जाएगा. इस प्रस्ताव में भी अपर मुख्य सचिव का अनुमोदन प्राप्त है. 27 तारीख के दूसरे आदेश में कहा गय़ा है कि पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक सुनयना कुमारी की सेवानिवृत्ति 30 जून को होना है. इसके बाद खाली पद पर पटना प्रमंडल में वरीयतम जिला शिक्षा पदाधिकारी भोजपुर ‘अहसन’ को आरडीडीई पटना प्रमंडल का अतिरिक्त प्रभार दिया जाएगा.यह आदेश उनकी सेवानिवृत्ति के पश्चात प्रभावी होगा. यानी 30 तारीख के बाद यह आदेश प्रभावी होगा. नियमित पदस्थापन या अन्य व्यवस्था के बाद यह स्वतः समाप्त समझी जाएगी. इस प्रस्ताव में भी अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग का अनुमोदन प्राप्त है.
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