सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षक की जगह रसोइया सह सफाईकर्मी बच्चों को पढ़ा रहे हैं.भागलपुर नगर निगम के हिंदू रामानंदी अनाथालय प्राथमिक विद्यालय नाथनगर में पिछले आठ दिनों से शिक्षक नहीं हैं. छात्र नियमित रूप से स्कूल आ रहे हैं. स्कूल चलाने की जिम्मेदारी रसोइया सह सफाईकर्मी ने संभल ली है. प्राथमिक विद्यालय सुजापुर नाथनगर के एकमात्र शिक्षक मनीष कुमार हिंदू अनाथालय प्राथमिक विद्यालय की देखभाल कर रहे हैं.विभागीय अधिकारी पूरी तरह से इस बात से बेखबर हैं.
हिंदू रामानंदी अनाथालय प्राथमिक विद्यालय नाथनगर का भवन जर्जर होने के कारण यह विद्यालय करीब डेढ़ साल से प्राथमिक विद्यालय सुजापुर के ऊपरी तल के एक कमरे में चलाया जा रहा है. आठ दिन पहले तक शिक्षक अरविंद कुमार इस विद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर थे. सभी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने का राज्य स्तरीय आदेश जारी होने के बाद वे अपने मूल विद्यालय में वापस लौट गए. जिसके बाद पिछले आठ दिनों से यह विद्यालय शिक्षक विहीन है. विद्यालय में कुल 32 छात्र नामांकित हैं. जिसमें से सात छात्र अनाथालय के हैं.
बुधवार को विद्यालय में 24 छात्र-छात्राएं आए थे. बच्चों के विद्यालय पहुंचने के बाद रसोइया सह सफाईकर्मी गुड़िया देवी और अनिता देवी द्वारा जागरूकता सत्र का संचालन किया गया. फिर प्राथमिक विद्यालय सुजापुर की शिक्षिका ने बच्चों की हाजिरी ली और उसके बाद विद्यालय समाप्ति तक गुड़िया देवी व अनिता देवी ने बच्चों को बाला पेंटिंग दिखाकर शिक्षा दी.प्राथमिक विद्यालय सुजापुर भी एक शिक्षक के ही भरोसे है. मनीष कुमार यहां के एक मात्र शिक्षक हैं और वे ही यहां के प्रभारी एचएम हैं. मनीष कुमार ने बताया कि उनके विद्यालय में भी कुल 71 स्टूडेंट्स हैं. यथासंभव वे हिन्दू रामानंदी प्रावि की देख रेख कर रहे हैं. हालांकि इस बाबत उन्हें कोई विभागीय आदेश नहीं मिला है.
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