सिटी पोस्ट लाइव : 23 अप्रैल को इस बार अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) है.तृतीया का प्रवेश 22 अप्रैल को हो जाएगा. उसी दिन भगवान परशुराम का जन्म और हरि अवतार हुआ था. इस दिन पीला फल, ककड़ी और लाल फल, तरबुज का दान करना चाहिए और ब्राह्मणों को भोजन कराने से अत्यधिक लाभ होता है.अगर इस तिथि को भगवान विष्णु की विशेष पूजा करने से अक्षय धन की प्राप्ति होती है. जिसका कभी भी क्षय नहीं होगा. इस दिन लोगों को अधिक दान पुण्य करना चाहिए.
मौसमी फल, पीला फल, ककड़ी और लाल फल तरबुज चढ़ाना चाहिए और इस दिन ब्राह्मणों को दान करना चाहिए. इस दिन शरबत पिलाना चाहिए. उन्होंने कहा इस दिन महिलाएं अपनी सुहाग की रक्षा के लिए अक्षय तृतीया के दिन विशेष रूप से माता गौरी की पूजा करती है. अक्षय तृतीया का पर्व सभी को करना चाहिए. इसमें निर्जला पर्व करने का कोई विधान नहीं है, लेकिन इसमें व्रत विधान से करें.
इस दिन भगवान परशुराम की पूजा एवं भगवान विष्णु की पूजा होती है. इसके साथ माता गौरी की पूजा विशेष रूप से की जाती है और लोग ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं. अल्पाहार देते हैं. मौसमी फल खिलाते हैं और शरबत पिलाते हैं. जिससे अधिक लाभ होता हैं. उन्होंने कहा इस दिन भगवान को खुश करने के लिए उस दिन पीले वस्त्र का दान करना चाहिए. भगवान विष्णु को पीला वस्त्र अर्पण करना चाहिए. माता गौरी को लाल वस्त्र अर्पण करना चाहिए. जिससे आपके सभी मनोकामना पूरी होगी.
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