सिटी पोस्ट लाइव : नवरात्र के बाद 28 अक्टूबर को चंद्रग्रहण लगने वाला है. यह चंद्रग्रहण किसी जातक के लिए शुभ तो किसी के लिए अशुभ भी साबित होने वाला है. चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर को आश्विन मास के शरद पूर्णिमा को लग रहा है. चंद्रग्रहण लगने का समय 28 तारीख की मध्य रात्रि के 1 बजकर 05 मिनट से लेकर रात्रि के 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. चंद्र ग्रहण को भारत के साथ अन्य देशों मे भी आसानी से देखा जायेगा. लेकिन इसका बुरा असर पूरे विश्व पर पड़ेगा और उथल-पुथल का संकेत भी मिल रहा है. हालांकि इससे कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ भी मिलेगा.
चंद्रग्रहण भारत के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर एवं अन्य जगहों पर भी दिखाई देगा. इसलिए इस ग्रहण में लोगों को थोड़ा सजग रहने की जरुरत है. उन्होंने बताया कि सबसे पहले हमें खुली आंखों से ग्रहण को नहीं देखना चाहिए. अगर देखना हो तो एक्स रे प्लेट लगाकर देखें. जिससे आपकी आंखों की सुरक्षा बनी रहेगी और पूरे विश्व का कल्याण होगा.
चंद्रग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक काल होता है. इस दौरान कोशिश करें कि भोजन बनाकर ना रखें. साथ ही ग्रहण के दौरान भोजन भी ना करें. उन्होंने बताया कि ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके शिव का आराधना और जरूरतमंद को दान अवश्य करें करें.चंद्र ग्रहण का असर पूरे ब्रह्मांड पर पड़ेगा. जिस प्रकार सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को है और इसका असर पूरा ब्रह्मांड से पड़ेगा. बिल्कुल उसी तरह इस तरह चंद्र ग्रहण का भी प्रभाव पूरे ब्रह्मांड पर पड़ेगा. हमारा विश्व उथल-पुथल की ओर जा सकता है और यह ग्रहण उथल-पुथल लाने के लिए पूरी तरह तैयार भी है.
चंद्रग्रहण में बस एक मात्र उपाय भक्ति है और शिव की आराधना आवश्यक करें. साथ ही इन मंत्रो का जाप भी जरूरी है. ओम चंद्र चंद्राय नमः या आप ओम नमः शिवाय या तो विस्तृत रूप में महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करें. इससे आपका कल्याण होगा.
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