सिटी पोस्ट लाइव : साल 2024 का आखिरी महिना चल रहा है.इस महीने 16 तारीख से खरमास शुरू हो जाएगा.इस दौरान अगले 15 दिसंबर तक कोई मांगलिक कार्य नहीं होगा. साल की अंतिम सोमवती अमावस्या का योग भी इसी महीने में बन रहा है, जिसके चलते ये महीना बहुत खास रहेगा. भगवान श्रीराम-सीता का विवाह उत्सव भी इसी महीने मनाया जाएगा.6 दिसंबर, शुक्रवार को विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाएगा. मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान श्रीराम का देवी सीता के साथ विवाह हुआ था. इस दिन राम मंदिरों में विशेष आयोजन किया जाता है. भजन आदि किए जाते हैं.
अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं. इस दिन गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापरयुग में इसी तिथि पर कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था. गीता से मोक्ष की प्राप्ति भी संभव है। इसलिए इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं. 16 दिसंबर को धनु संक्रांति होने से ये दिन स्नान-दान के लिए श्रेष्ठ रहेगा.इसी दिन से सारे मांगलिक कार्य शुरू हो जायेगें.पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी 26 दिसंबर, गुरुवार को है.धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से हर काम में सफलता मिलती है.
साल 2024 की अंतिम सोमवती अमावस्या का योग 30 दिसंबर को बन रहा है. इस दिन पौष मास की अमावस्या रहेगी.सोमवती अमावस्या का संयोग साल में 2 या 3 बार ही बनता है, इसलिए इसका विशेष महत्व है.इस दिन पितरों का श्राद्ध करने, पवित्र नदी में स्नान करने और जरूरतमंदों को दान करने का विशेष महत्व है.