सिटी पोस्ट लाइव : 20 25 का बिहार विधान सभा चुनाव दिलचस्प होनेवाला है. चुनावी मैदान में जन सुराज के उतरने के कारण चुनावी समीकरण पूरी तरह से बदल सकते हैं.बीजेपी के साथ रहते हुए अपने सेक्युलर क्रेडेंशियल को लेकर हमेशा सतर्क रहनेवाले नेता नीतीश कुमार की जेडीयू हिंदुत्व को अपना चुनावी अजेंडा बना सकती है. बीजेपी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को अपने साथ ले सकती है.ललन सिंह के अल्पसंख्यक समाज पर दिए गये बयान को लेकर अभी हलचल मची हुई है इसी बीच बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी यादव को साथ आने का ऑफर दे दिया है. सोमवार को बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी यादव सेफ रहना चाहते हैं तो वह एनडीए के साथ मिल जाए. अगर वह एनडीए के साथ आ जाते हैं तो वह एक और और सेफ दोनों हो जाएंगे.
तेजस्वी यादव अगर सत्ता पक्ष के साथ आएंगे तो क्या उन पर भ्रष्टाचार के लगे आरोप धूल जाएंगे? दिलीप जायसवाल ने कहा कि अगर बिहार में कंबाइंड सरकार बनती है तो भ्रष्टाचार से जुड़ा विभाग तेजस्वी यादव को ही दे देंगे .तेजस्वी समझेंगे कि आखिरकार भ्रष्टाचार से कैसे निबटना है. जाहिर है सवाल उठेगा -क्या बीजेपी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को भी साथ ले सकती है.हालांकि दिलीप जायसवाल बाद में ये सफाई देते नजर आये कि उनके बयान का मतलब यही है कि विकसित बिहार का सपना पूरा करने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी को एक हो जाना चाहिए.राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है.उप-चुनाव में भले जन सुराज कोई सीट जीत नहीं पाया लेकिन NDA की सभी सीटों पर जीत की वजह तो बना ही है.ऐसे में जन सुराज का प्रभाव बढेगा तो तेजस्वी यादव बीजेपी के साथ भी नजर आ जायें, तो कौन सी बड़ी बात होगी..
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