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हेमंत सोरेन ने क्यों ली अकेले शपथ, अब उठ गया है राज से पर्दा.

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सिटी पोस्ट लाइव:.  हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को बड़े शानादार अंदाज में संपन्न हुआ. सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, ममता बनर्जी, दीपांकर भट्टाचार्य, राधव चड्ढा, संजय सिंह और तेजस्वी यादव सहित विपक्ष कई बड़े नेता जुटे.  हेमंत सोरेन के शपथ के बाद चारों तरफ चर्चा हो रही है कि आखिर हेमंत सोरेन शपथ अकेले में क्यों ले ली? हेमंत सोरेन का मंत्रिमंडल ने क्यों शपथ नहीं लिया?जाहिर है  कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी नेताओं में मंत्रिमंडल को लेकर पूरी तरह से सहमति नहीं बन पाई होगी.एक बड़ा कारण ज्योतिषीय बताया जा रहा है. पंडित जी ने हेमंत सोरेन के शपथ की आरेख  28 नंबर बताया था. हेमंत सोरेन का जन्म की तारीख 10 अगस्त है. 10 नंबर का अंक हेमंत के लिए शुभ माना जाता है. ऐसे में 28 नवंबर का अंकों का जोड़ 10 है.यानी मूलांक 1 है.


चर्चा ये भी है कि हेमंत सोरेन और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं में मंत्रिमंडल में सीटों को लेकर थोड़ा मतभेद हो गया था. कांग्रेस नेता राज्य में डिप्टी सीएम तक की मांग करने लगे थे. इस वजह से हेमंत सोरेन किसी वाद-विवाद से बचने के लिए पहले शपथ ले ली. झारखंड में इंडिया गठबंधन की जीत में हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन की काफी अहम भूमिका रही है. कांग्रेस या आरजेडी के नेताओं ने तो चुनाव प्रचार तक ठीक से नहीं किया. मल्लिकार्जुन खरगे एक दिन के लिए आए और राहुल गांधी आखिरी मौके पर आकर केवल तीन सभायें की. लेकिन, कल्पना सोरेन और हेमंत सोरेन ने पूरे झारखंड में इंडिया गठबंधन की हवा बनाई.


झारखंड में हेमंत  सरकार को 9 अगस्त तक बहुमत साबित करना है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, अब नहीं लगता है कि कोई अड़चन है. मुख्यमंत्री जी अब अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे. जिन लोगों का चयन होगा उनको मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. 9 तारीख को बहुमत साबित करने का फैसला लिया है. उसके बाद हमलोग सारी चीजों पर विचार कर फैसला करेंगे. अगर मुख्यमंत्री बीच में चाहेंगे तो बीच में भी विस्तार हो सकता है. कुलमिलाकर झारखंड में अब मंत्रिमंडल को लेकर अब सारी राजनीति शुरू होगी. माना जा रहा है कि इस बार दागी चेहरों को मंत्रिमंडल में कांग्रेस शामिल नहीं करेगी. ऐसे में लगभग पुराने सारे मंत्रियों का पत्ता कटना लगभग तय माना जा रहा है. क्योंकि, विपक्ष आने वाले दिनों में दागी चेहरों को लेकर हमला बोल सकती है.

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