सिटी पोस्ट लाइव : बेलागंज विधान सभा सीट के लिए हो रहे उप चुनाव की तस्वीर बदल गई है.जन सुराज ने यहाँ की लड़ाई को त्रिकोणात्मक बना दिया है.इस सीट पर माय समीकरण में सेंधमारी की नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की कोशिश कामयाब होती दिखाई दे रही है.जेडीयू के उम्मीदवार मनोरमा यादव की वजह से यादव वोट बैंक में सेंधमारी दिखाई दे रही है.जन सुराज के मुस्लिम उम्मीदवार ने भी माय समीकरण को तगड़ा नुकशान पहुंचाया है.लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं कि यहाँ से आरजेडी की हार हो आयेगी.आखिरी क्षण में यहाँ भी सीधी लड़ाई जेडीयू और आरजेडी के बीच हो सकती है.अगर ऐसा हुआ तो जेडीयू की मुश्किल बढ़ जायेगी.
जेडीयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी यादव समाज से आती हैं.लगातार 34 साल से सुरेन्द्र यादव यहाँ से विधायक रहे हैं ,उसका लाभ और नुकशान दोनों हो रहा है.यादव वोट बैंक में विभाजन साफ़ दिखाई दे रहा है लेकिन वह आरजेडी को हारने के लिए काफी नहीं है.आरजेडी की हार तभी होगी जब जन सुराज का मुस्लिम उम्मीदवार बड़े पैमाने पर अल्पसंख्यक वोट बैंक में सेंधमारी कर पायेगा.आरजेडी ने इस सेंधमारी को रोकने के लिए ऐड़ी छोटी का जोर लगा दिया है.तेजस्वी यादव गया में ही तीन दिन से कैम्प कर रहे हैं.उन्होंने अल्पसंख्यक वोट बैंक में हो रही सेंधमारी को रोकने के लिए शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को भी लगाया है.आखिरी क्षण में NDA को हराने के लिए नहीं चाहते हुए भी अल्पसंख्यक वोटर आरजेडी के पक्ष में गोलबंद हो सकते हैं.
जेडीयू की सारी उम्मीद जन सुराज पर टिकी है.जन सुराज के अच्छा प्रदर्शन से ही जेडीयू को बेलागंज में कामयाबी मिल पायेगी.जेडीयू को पीएम मोदी और नीतीश कुमार के चेहरे का लाभ भी मिल रहा है.भूमिहार समाज ने लोक सभा चुनाव में भले जेडीयू का खुलकर साथ नहीं दिया लेकिन विधान सभा चुनाव में वो सुरेन्द्र यादव के बेटे को हारने के लिए जेडीयू के पक्ष में गोलबंद दिखाई दे रहे हैं.लेकिन सुरेन्द्र यादव का दावा है कि उनको हर जाती का वोट मिलता है.ब्राहमण पूरी तरह से उनके साथ हैं.भूमिहार समाज का भी कुछ ना कुछ वोट उन्हें जरुर मिलेगा.
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