सिटी पोस्ट लाइव : तेजस्वी यादव के बारे सीएम नीतीश कुमार के इस बयान के बाद कि “अब यह बच्चा मेरे लिए सब कुछ है”. बिहार में सियासी हलचलें बढ़ गई है. JDU में इसपर मंथन का दौड़ शुरू हो गया है. आरजेडी में जश्न का माहौल है. कांग्रेस ने नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कुछ कहा है, उसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. यह सब तो पहले से ही तय है.लेकिन राजनीतिक पंडित नीतीश कुमार के इस बयान का अलग अलग मायने निकाल रहे हैं.
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि एमपी और राजस्थान विधान सभा चुनाव के बाद बिहार की सियासत में बड़ा अब्द्लाव आ सकता है. समाजवादी पार्टी और जदयू ने यहां पर कांग्रेस के खिलाफ अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. यह ‘इंडिया’ गठबंधन में जो कुछ चल रहा है उसको समझने के लिए काफी है.सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी को अपना राजनीतिक वारिश पहलीबार नहीं बताया है.कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने तो कहा था कि तेजस्वी अगले चुनावों (वर्ष 2025) का नेतृत्व करेगें. नीतीश कुमार के इस बयान पर तब जद (यू) में खलबली मच गई थी. संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
नीतीश कुमार पर उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन करते हुए अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ एक “सौदा” किया है. एक बार तो सार्वजनिक मंच से नीतीश कुमार ने भूल से ही सही तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बता दिया था. उसके बाद जमकर बवाल हुआ था. बहरहाल तेजस्वी को लेकर नीतीश कुमार के ताजा बयान के बाद जदयू में सीनियर नेताओं के बीच मंथन चल रहा है. जितनी मुंह उतनी बातें हो रही हैं.
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