सिटी पोस्ट लाइव : विपक्षी एकता की बैठक में महागठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने को लेकर विवाद पैदा हो गया है. बीजेपी नेताओं ने विपक्षी दलों के कथित गठबंधन का संक्षिप्त नाम ‘इंडिया’ रखे जाने को देश का अपमान करार दिया है.बीजेपी ने कहा है कि यह गठबंधन टिकाऊ नहीं होगा.भाजपा नेताओं के मुताबिक, पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक के बाद महाराष्ट्र की राजनीतिक पार्टी राकांपा में टूट हुई थी. विपक्षी दलों की दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई है और संभावित तीसरी बैठक मुंबई में होने वाली है. तीसरी बैठक से पहले ही कई और पार्टियां टूटने वाली हैं.
पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय और डॉ. भीम सिंह ने मंगलवार को प्रेस-नोट जारी कर विपक्ष पर हमला बोला है.बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बैठक में विपक्षी दल संयोजक तक तय नहीं कर पाए तो प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी तय करना कितना कठिन होगा, यह सहज ही समझा जा सकता है.प्रेस वार्ता में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की अनुपस्थिति इनके गठबंधन की स्थिति बयान करती हैं. पिछली बैठक में भी प्रेस वार्ता से केजरीवाल निकल गए थे. लोकसभा के अगले चुनाव में इस अनैतिक गठबंधन को मुंह की खानी पड़ेगी.
मंगल पांडेय ने कहा कि 24 के लिए 26 दलों का गठबंधन 23 में ही बिखर जाएगा. इस गठबंधन में शामिल कई दलों के नेता भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं और जमानत पर हैं. ऐसे नेताओं को फिर से जेल जाने का डर सता रहा है. यह गठबंधन टूट जाएगा. उत्तर-पूर्व के कई राज्यों की कांग्रेस इकाई ने विपक्षी दलों की बैठक पर आपत्ति भी जताई है. बंगाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी तृणमूल से गठबंधन पर असहमति जता चुके हैं. वाम दलों के भी सुर कुछ अलग थे, लेकिन सत्तालोलुपता के आगे सभी एकजुटता दिखाने में लगे हुए हैं.
भीम सिंह ने कहा कि ‘इंडिया’ अपने देश का नाम है, इसलिए किसी राजनीतिक गठबंधन का ऐसा नाम देश का अपमान है. कल्पना कीजिए कि जब इस गठबंधन पर कोई आरोप लगाया जाएगा तो देश के नाम का कितना अपमान होगा. उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मांग की है कि अध्यादेश लाकर इंडिया, नेशनल, तिरंगा आदि नामों या शब्दों के दुरुपयोग पर रोक लगाई जाए.
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