सिटी पोस्ट लाइव : ओडिशा के बालासोर में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुए भीषण ट्रेन दुर्घटनाको लेकर सियासत जारी है.विपक्ष ने इस train दुर्घटना के लिए सीधे सरकार को दोषी ठहराया है.विपक्ष ने रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग की है.इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर भीषण ट्रेन दुर्घटना में बिहार के यात्रियों को आवश्यक मदद पहुंचाने के लिए बिहार के अधिकारियों की एक टीम रवाना हो गई है.ये टीम ओडिशा सरकार, रेलवे तथा बालासोर जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करेगी. बिहार सरकार द्वारा रेल दुर्घटना में सुरक्षित बचे बिहार के राज्य के यात्रियों को वापस लाने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
अब तक राज्य के 40 यात्रियों को बस द्वारा बिहार वापस लाया जा रहा है जिसमें अररिया के 24, दरभंगा के 9, समस्तीपुर के 3 और किशनगंज एवं सीतामढ़ी के 2-2 यात्री शामिल हैं. राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ओडिशा के बालासोर में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई भीषण रेल दुर्घटना में 200 से अधिक लोगों की मृत्यु को अत्यंत दुखद बताया है. मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मृत लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है एवं दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
राजद अध्यक्ष लालू यादव ने बालासोर रेल दुर्घटना पर तंज कसते हुए कहा कि इस देश का रेल मंत्री कौन है? यह कोई नहीं जानता लेकिन रेल बजट खत्म कर चेहरा चमकाने के लिए रेलगाड़ियों को हरी झंडी कौन दिखाता है यह सब जानते हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि इतने बड़े रेल हादसे का दोषी कौन? उनलोगों ने रेल को चौपट कर दिया है. यह भीषण रेल हादसा लापरवाही की वजह से हुआ है जो अत्यंत ही हृदय विदारक है.
बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने ओडिशा की रेल दुर्घटना पर कहा कि इतनी बड़ी चूक और लापरवाही की जवाबदेही निश्चित ही तय होनी चाहिए. सरकार लाख मुआवजा दे लेकिन क्या उससे किसी परिवार का खोया सदस्य दुबारा लौटकर आ जाएगा? हमारी मांग है कि रेलमंत्री नैतिकता के आधार पर तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें और इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो.जांचोपरांत दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
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