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गोवर्धन महोत्सव के बहाने BJP के यदुवंशी नेताओं का शक्ति-प्रदर्शन.

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सिटी पोस्ट लाइव :आज गोवर्धन पूजा है.आज बीजेपी के यदुवंशी नेता  पटना में अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे. शक्ति प्रदर्शन कर बीजेपी के यदुवंशी नेता अपनी पार्टी को ये संदेश देगें कि उनका समाज केवल आरजेडी के साथ खड़ा नहीं है.यदुवंशी बीजेपी के साथ भी मजबूती के साथ खड़े हैं. भाजपा नेतृत्व भी यह मान कर चलता है कि यादवों का वोट उनका नहीं है. इसके लिए मिहनत करना भी बेकार है. संगठन में भी अब उतनी पूछ नहीं रही. केंद्रीय मंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय की अब वो चलती नहीं रही जो पहले हुआ करती थी. लिहाजा गोवर्धन महोत्सव के बहाने भाजपा के यादव नेता शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं.

 

राजधानी पटना के बापू सभागार में आज  मंगलवार को बीजेपी के यादव समाज के नेताओं का महाजुटान है. बीजेपी के यादव नेता गोवर्धन महोत्सव करा रहे हैं. इस महोत्सव के अगुआ  केंद्रीय मंत्री नित्य़ानंद राय हैं. नंदकिशोर यादव, रामकृपाल यादव, नवल किशोर यादव से लेकर भाजपा के कई यादव विधायक इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सर्दी के इस मौसम में भी खूब पसीना बहा रहे हैं.यादव समाज के कुछ वैसे लोग जिन्हें अगले चुनाव को लेकर आश्वासन दिया गया है, वे भी तन-धन से जुटे हैं.  गोवर्धन महोत्सव में हजारों लोगों के जुटने का दावा किया जा रहा है. बड़ी संख्या में यादव समाज के लोगों को दल में शामिल कराने की तैयारी है.

 

 राजधानी पटना में बीजेपी के यादव समाज की तरफ से आयोजित गोवर्धन महोत्सव को लेकर बड़ी-संख्या में बैनर-पोस्टर लगाये गए हैं.  जानकार बताते हैं कि नेतृत्व को यह आभास हो गया है कि यादव समाज लालू यादव के बाद अब उनके बेटे तेजस्वी यादव को नेता मान चुका है. उसके  दल के नेताओं को यादव समाज नेता मानने को तैयार नहीं. उनके कहे पर यादव वोटर दल के कैंडिडेट को वोट नहीं करता. लिहाजा भाजपा नेतृत्व अब पूरी तरह से अति पिछड़ा या फिर माइनस यादव पर केंद्रित है. इससे भाजपा के अंदर यादव समाज से आने वाले कुछ बड़े नेता भारी परेशान हैं. उन्हें लग रहा कि कहीं दल के अंदर उनकी राजनीति ने खत्म हो जाय. नेतृत्व के इस सोच को बदलने को लेकर बिहार भाजपा के यादव नेता गोवर्धन महोत्सव करा रहे हैं.

 

बिहार भाजपा के संगठन में यादव समाज को सिर्फ एक पद दिया गया है. सगंठन के सभी महत्वपूर्ण पदों से यादव समाज के नेताओं को अलग रखा गया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जहां पिछड़ा वर्ग में कुशवाहा समाज से आते हैं. वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी सवर्ण को दिया गया. जबकि विधान परिषद में नेता विरोधी दल की कुर्सी अतिपिछड़ा वर्ग को मिला है. पिछले महीने ही बिहार भाजपा के यादव समाज के नेताओं की बैठक हुई थी. बैठक में बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए थे. यादव समाज से आने वाले नित्यानंद राय, नंदकिशोर यादव, रामकृपाल यादव, नवलकिशोर यादव समेत अन्य लोग शामिल हुए थे. उसी दिन तय हुआ था कि यादव समाज की एक बड़ी बैठक पटना में हो, जिसमें बड़ी संख्या में यादव समाज के लोगों को पार्टी में शामिल कराकर बड़ा मैसेज दिया जाय.

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