सिटी पोस्ट लाइव : आरसीपी सिंह के हमले जा जबाब जेडीयू ने दिया है.JDU ने कहा कि आरसीपी सिंह के साथ कोई बड़ा लीडर नहीं गया है. वह जिस पंचायत से आते हैं, वहां का जदयू अध्यक्ष भी नहीं गया. उनके पास अकूत संपत्ति है. उन्हें सीबीआई-ईडी का डर था, इसलिए वो बीजेपी में चले गए. आरएसएस के लोगों का भरोसा जीतने के लिए अब उन्हें भगवाधारी बनना पड़ेगा.गौरतलब है कि आरसीपी गुरुवार को अपने लाव लश्कर के साथ बिहार बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे. उन्होंने अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया था. उनसे जुड़े हुए जो लोग थे, उन्हें भी बीजेपी में शामिल कराया. अब JDU नेताओं ने आरसीपी सिंह के पुराने राज खोलने शुरू कर दिए हैं.
आरसीपी सिंह की JDU में एक समय तूती बोलती थी. उस दल के ही नेता आरसीपी सिंह को आईना दिखाने लगे हैं. साथ ही यह कहने लगे कि आरसीपी सिंह डरकर बीजेपी में शामिल हुए हैं, क्योंकि उनकी अकूत संपत्ति है. उस पर कहीं जांच एजेंसियां धावा ना बोल दे, इससे बचने के लिए वह बीजेपी में शामिल हुए हैं.JDU के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि आरसीपी सिंह शुभ नक्षत्र में भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं. आज चतुर्थी का दिन है. हिंदू रीति रिवाज से यह अशुभ माना जाता है. साथ ही कहा कि आरसीपी सिंह अपने लाव लश्कर के साथ तो गए हैं, लेकिन सारे नेता दिखावे के हैं. जदयू के ना तो एक एमएलए गया, एमएलसी गया, और ना ही कोई सांसद गया. यह जहां के रहने वाले हैं नालंदा के, जिस पंचायत के रहने वाले हैं वहां का जदयू अध्यक्ष भी इनके साथ नहीं गया .
नीरज कुमार ने आरसीपी सिंह पर आगे हमला करते हुए कहा कि आरसीपी सिंह को भगवाधारी बनना पड़ेगा. उन्हें मुरेठा(पगड़ी) बांधना पड़ेगी और ऊपर त्रिशूल लगाना पड़ेगा ताकि आरएसएस के लोग उन पर विश्वास कर सके.जदयू नेता ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि आरसीपी सिंह ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के डर से बीजेपी में गए हैं .जो उन्होंने अकूत संपत्ति इकट्ठा की थी उससे बचने के लिए वह बीजेपी में गए हैं.जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने आरसीपी सिंह पर लगाए गए आरोपों पर बड़ी गंभीरता से कहा कि जदयू एक विचार की पार्टी है. यहां विचारधारा चलती है. यह किसी के कह देने से खत्म होने वाली पार्टी नहीं है. आरसीपी सिंह जितने दिन भी जदयू में रहे, उन्होंने जदयू को ठीक तरह से नहीं समझा. यह लोहिया, जयप्रकाश और महात्मा गांधी के विचारों पर चलने वाली पार्टी है.
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