सिटी पोस्ट लाइव : देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार अपने जन-सुराज यात्रा पर हैं. प्रशांत किशोर सोनपुर पहुँच चुके हैं.जनसुराज पदयात्रा के 188वें दिन उन्होंने शुक्रवार को सोनपुर प्रखंड के गोपालपुर पंचायत से पदयात्रा की शुरुवात की. प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ गोपालपुर पंचायत से पदयात्रा के लिए निकले. जनसुराज पदयात्रा यहां के चतुरपुर, परमानंदपुर, गोविंदचक, खरिका होते हुए सोनपुर प्रखंड अंतर्गत भरपुरा पंचायत के केपीएसपी हाई स्कूल मैदान में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची.
प्रशांत किशोर सारण के अलग-अलग गांवों में पदयात्रा के माध्यम से जनता के बीच गए. उनकी स्थानीय समस्याओं को समझकर उसका संकलन कर उसके समाधान के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने की बात कही.दिनभर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने तीन आमसभाओं को संबोधित किया और छह पंचायत के 15 गांवों से गुजरते हुए 11 किमी की पदयात्रा तय की.इस दौरान प्रशांत ने कहा कि मोदी जी के 56 इंच का सीना और गुजरात के विकास माडल पर आपने वोट दिया है, इसलिए बिहार के लोगों को मजदूरी करने गुजरात जाना पड़ता है.
जनसुराज पदयात्रा के दौरान सारण के सोनपुर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं पदयात्रा के माध्यम से आपको बताने आया हूं कि आप जिस चीज पर वोट कर रहे हैं, वो देर से ही सही आपको मिल तो रहा है.उन्होंने कहा कि आपने राम मंदिर के लिए वोट किया तो राम मंदिर 30 साल लेट ही सही बन तो रहा है, आप वोट किए हैं 5 किलो अनाज के नाम पर तो बिहार में कितना भी भ्रष्टाचार है, फिर भी आपको 5 किलो अनाज के जगह 4 किलो ही सही घर-घर अनाज मिल तो रहा है, आपने वोट किया था जाति को देखकर तो जाति की गणना पूरे बिहार में हो ही रही है.
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण के सोनपुर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकतंत्र की ताकत देखिए कि जिस राष्ट्रीय जनता दल ने 15 साल में एक भी नौकरी नहीं दी, उन्हें अब यह बताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है कि सरकार में आने के बाद उन्होंने अब तक 20 हजार नौकरियां दे दीं.आज लोग मुझे बता रहे थे कि चाचा-भतीजा बिहार को लूट रहे हैं, तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि सरकार में आने के बाद वो 10 लाख नौकरी देंगे.सभी लोगों को पता था कि तेजस्वी यादव द्वारा 10 लाख नौकरी का किया गया वादा सरासर झूठा है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि आज कम से कम बिहार के लोग उनसे जवाब तो मांग रहे हैं कि आपने जो 10 लाख नौकरी का वादा किया था उसका क्या हुआ?आज राजद जैसे पार्टी को जवाब देना पड़ रहा है यही लोकतंत्र की ताकत है. मैं लोकतंत्र की ताकत बताने के लिए ही पैदल चल रहा हूं वोट नहीं मांग रहा हूं. जिस पार्टी जिस दल को वोट करना है कीजिए पर वोट करने से पहले अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार को ध्यान में रखकर वोट कीजिए.
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