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प्रशांत किशोर ने उड़ा दी है राजनीतिक दलों की नींद.

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सिटी पोस्ट लाइव  :आज रविवार को पटना के बापू सभागार में आयोजित जन सुराज नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बिहार के कोने- कोने से बड़ी संख्या में महिलायें पहुंची हैं.जन सुराज से जुड़ी महिलाओं ने बापू सभागार को खचाखच भर दिया है. जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर महिलाओं को संबोधित करेंगे.इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची महिलाओं को प्रशांत किशोर की पार्टी जन-सुराज से ढेर सारी उम्मीदें हैं.उनका मानना है कि अब राजनीति में महिलओं की भागेदारी बढ़ेगी और प्रशांत किशोर व्यवस्था परिवर्तन कर बिहार को बहुत आगे ले जायेगें.

 

पहलीबार किसी राजनीति दल के कार्यक्रम में 7500 लोगों के बैठने की क्षमता वाला बापू  सभागार  खचाखच भरा हुआ है. प्रशांत किशोर से महिलाओं को बड़ी राजनीतिक बदलाव की उम्मीदें जुडी हैं. वो प्रशांत  किशोर को बिहार के भावी सीएम और देश के भावी पीएम के रूप में देख रही हैं. वो प्रशांत किशोर को  CM और PM बनाने की गीत गुनगुना रही हैं.हमार बबुवा CM और PM होइहें हो………महिलाओं का कहना है कि प्रशांत किशोर के जरिये महिलाओं को राजनीति में समुचित भागेदारी मिलेगी.प्रशांत किशोर केवल सत्ता परिवर्तन ही नहीं करेगें बल्कि व्यवस्था परिवर्तन करने के लिए राजनीति में आये हैं.

 

जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर के आगामी दो अक्टूबर को जन सुराज एक राजनीतिक पार्टी बनेगा. आज के इस कार्यक्रम में महिलाओं की भूमिका और उनके योगदानों पर विचार विमर्श होगा. जन सुराज महिला शक्ति जो बिहार की आधी आबादी है उसके लिए जन सुराज की क्या- क्या चिंताएं है उस पर भी चर्चा होगी. जन सुराज पार्टी के लिए बनाए जा रहे संविधान में महिलाओं के लिए किए जाने वाले प्रावधानों पर भी रायशुमारी होगी. बिहार में बेरोज़गारी और पलायन सबसे बड़ी समस्या है जिससे सबसे ज़्यादा प्रभावित महिलाएं हैं. उनके पति और बेटे  रोजी-रोटी के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन कर गए हैं और गांव में उनके माता-पिता, परिवार और बच्चे अकेले अपना वक्त गुजार रहे हैं. ऐसे में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर जी की यह घोषणा है कि जब बिहार में जन सुराज की सरकार बनेगी तब सभी बिहारियों को वापस बुला लिया जाएगा और बिहार में ही उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा ताकि उन्हें अपने माता-पिता और परिजनों के साथ रहने और खुशी- खुशी जीवन यापन करने का अवसर मिल सकेगा

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