पत्रकार की हत्या को लेकर बिहार में गरमाई सियासत.
जब-जब लालू-नीतीश साथ आए अपराधियों का बढ़ा मनोबल ,बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त.
सिटी पोस्ट लाइव : अररिया में शुक्रवार को पत्रकार की हुई हत्या का मामला राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले पर अब सियासत तेज है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर महागठबंधन सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नीतीश और लालू जब-जब साथ आते हैं बिहार में अपराधियों का मनोबल बढ़ जाता है. सुशील कुमार मोदी ने रानीगंज (अररिया) में पत्रकार और समस्तीपुर में दरोगा की हत्या की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि सरकार अपराधियों के आगे घुटने टेक चुकी है. नीतीश कुमार ने जब-जब लालू प्रसाद से हाथ मिलाया, राज्य में अपराधियों का मन बढ़ा.
यदि नीतीश कुमार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा का दिखावा नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें बिहार में कानून का राज कायम करने के लिए राजनीति को किनारे रख कर राज धर्म का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजद के साथ दूसरी पाली में नीतीश सरकार पूरी तरह बालू-शराब माफिया और पशु तस्करों के दबाव में आ चुकी है.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता में बने रहने के लिए क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म , यानी “ट्रिपल सी” से समझौता कर लिया है. वे अपराध रोकने की इच्छा-शक्ति खो चुके हैं.
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. बिहार में पुलिस, जनता, पत्रकार और नेता इन चारों को खैर नहीं है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि पत्रकार की हत्या हो रही है, बलात्कार और हत्याएं हो रही हैं…राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति जर्जर हो गई है. इन लोगों ने घमंडिया गठबंधन बनाया है. ये लोग बस स्वपन देख रहे हैं कि अगला लोकसभा चुनाव जीतेंगे.
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