सिटी पोस्ट लाइव :एलजेपी पशुपति पारस सदमे में हैं.लोक सभा चुनाव में NDA में एक भी सीट नहीं मिलने से पशुपति पारस बेहद अपसेट हैं.मंगलवार को दिल्ली से पटना पहुंचे पारस ने मीडिया से दुरी बना राखी है.सिटी पोस्ट लाइव से ख़ास बातचीत में उन्होंने फिर दुहराया कि वहीँ रामविलास पासवान के असली राजनीतिक उतराधिकारी हैं.उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान ने उन्हें अपना उतराधिकारी घोषित किया.उन्हें हाजीपुर से चुनाव लडवाया.आगे भी वो हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेगें.
मंगलवार को हाजीपुर से सैकड़ों कार्यकर्त्ता पशुपति पारस से मिलने पहुंचे.पारस चुपचाप बैठे रहे और कार्यकर्त्ता उनका हौसला बढाते नजर आये.कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनके नेता के साथ बीजेपी ने धोखा किया है.उन्होंने कहा कि पासवान समाज के नेता रामविलास पासवान के बाद पशुपति पारस ही हैं.वो हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेगें और चिराग पासवान की सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेगें.आज बुधवार को पारस पार्टी की बैठक करेगें और आगे की रणनीति तय करेगें.
पारस की मुश्किल ये है कि उनकी पार्टी के सबसे बड़े नेता उनके ख़ास सिपाहसलार सूरजभान सिंह बीजेपी के साथ अब भी खड़े दिखाई दे रहे हैं.उन्होंने सिटी पोस्ट लाइव से ख़ास बातचीत में कहा कि वो हमेशा NDA के साथ रहे हैं और आगे भी बने रहेगें.सूरजभान सिंह अपने भाई सांसद चंदन सिंह को नवादा से ही बीजेपी के टिकेट पर चुनाव लड़ाना चाहते हैं.सूत्रों के अनुसार बीजेपी ने ये सीट राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर के लिए लिया है.
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