सिटी पोस्ट लाइव : नीतीश कुमार के इस बयान को लेकर सियासत गरम है कि वो कुछ नहीं बनना चाहते हैं. इंडिया अलायंस के ‘सूत्रधार’ माने जाने वाले नीतीश कुमार के इस बयान पर तंज कसते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने सवाल खड़े किए हैं. पीके ने कहा, नीतीश के पास न दल बचा, न इमेज, उन्हें संयोजक कैसे बनाया जाए?प्रशांत किशोर ने कहा, जहां तक विपक्षी एकता से सन्दर्भ में नीतीश के प्रयास का सवाल है, उनकी अपनी हालत इतनी खराब है. जिनका अपने राज्य में अपना पैर रखने का ठिकाना नहीं है, तो आप देश के स्तर पर भला क्या करेंगे?
पीके ने कहा, अगर, आप ऑर्डर में देखें, तो सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है, उसके बाद तृणमूल, उसके बाद डीएमके है, जो पूरे-पूरे राज्य जीतकर बैठे हैं, उनके पास 20-20, 25-25 एमपी हैं. वे अपने राज्यों में जीतने का दावा कर सकते हैं. नीतीश कुमार के पास कुछ है ही नहीं, न दल बचा है, न इमेज बचा है तो किस आधार पर आपको संयोजक बना दिया जाए? आप कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल में जाकर देखिए भला कौन नीतीश कुमार की चर्चा कर रहा है.
गौरतलब है कि आगामी 31 अगस्त और 1 सितंबर को आयोजित इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी कोई इच्छा नहीं है कि वे इंडिया अलायंस का संयोजक बनें. लालू यादव के इस बयान के बाद कि कई संयोजक बनेंगे, नीतीश के इस बयान के बड़े अर्थ निकाले जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर जेडीयू के कई बड़े नेता भी बोल रहे हैं कि नीतीश जी ने कभी इच्छा नहीं जताई है, लेकिन उनमें प्रधानमंत्री बनने के भी योग्यता है. लेकिन, इंडिया अलायंस की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं है कि नीतीश कुमार ‘सूत्रधार’ की भूमिका से आगे बढ़ेंगे.
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