नीतीश कुमार को मिलना चाहिए नोबेल पुरस्कार .
देने की जीतनराम मांझी ने की मांग, पूर्व मुख्यमंंत्री ने आरक्षण पर भी कही ये बात
सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार देने की मांग की है.सोमवार को विधानसभा में मांझी ने कहा कि प्रथम मुख्यमंत्री डा. श्रीकृष्ण सिंह के बाद नीतीश कुमार दूसरे हैं, जिनके कार्यकाल में राज्य का समग्र विकास हुआ है.जीविका, जल जीवन हरियाली और हर घर नल का जल जैसी योजना के लिए नीतीश को नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए. मांझी ने सरकारी सेवाओं में आरक्षण की स्थिति पर नजर रखने के लिए राज्य आरक्षण आयुक्त बहाल करने और पुलिस बहाली में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उम्मीदवारों को लम्बाई में छूट देने की मांग की.
मांझी ने कहा कि भूमिहीन गरीबों को आवास के लिए तीन के बदले पांच डिसमिल जमीन और खेती के लिए अलग से एक एकड़ जमीन मिलनी चाहिए.भाकपा माले के सुदामा प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार बटाईदारों को पहचान पत्र दे. इससे उन्हें कृषि कर्ज लेने में सुविधा होगी.माकपा के अजय कुमार ने भू हदबंदी कानून को सख्ती से लागू करने की मांग की.उन्होंने इस बात पर आपत्ति प्रकट की कि केंद्र सरकार इस कानून को समाप्त करना चाहती है.
राजद के डा रामानुज प्रसाद ने कहा कि सरकार ऐसा कानून बनाए, जिससे सीबीआई, ईडी और आयकर जैसी केंद्रीय एजेंसियों को राज्य में आने से रोका जा सके.जदयू के सुधांशु शेखर ने राज्य सरकार के विकास कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में गांव और गरीबों का विकास हुआ है.बीजेपी के नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल है. शराब मामले में सिर्फ गरीबों को गिरफ्तार किया जाता है. शराब तस्करों को सत्तारूढ़ दल का संरक्षण मिलता है.
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