सिटी पोस्ट लाइव : राज्य सरकार के विश्वास मत के दौरान दल बदल की योजना में शामिल अपनी पार्टी के विधायकों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद बातचीत करेंगे. उनसे पूछेंगे कि सरकार के विरूद्ध मतदान करने के लिए उन्हें क्या-क्या प्रलोभन दिया गया था. सरकार पूरे प्रकरण की जांच करेगी. दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी. उन पर भी कार्रवाई होगी, जिन्होंने विधायकों को प्रलोभन दिया था.
जदयू विधायक डॉ. संजीव, सुदर्शन और बीमा भारती के अलावा भाजपा विधायक मिश्री लाल यादव, रश्मि वर्मा और भागीरथी देवी ने विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोट देने में आनाकानी की थी. ये सब मान मनौव्वल और विशेष प्रबंधन के माध्यम से सदन में आए.जदयू विधायक दिलीप कुमार राय अंत तक मतदान में शामिल नहीं हुए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान संख्या बल के आधार पर 2020 में हमारी सरकार बनी थी. अभी जो लोग हैं, सभी उस समय साथ थे. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतनराम मांझी की ओर इशारा कर कहा- ये उस समय भी साथ थे.
नीतीश ने कहा कि गड़बड़ी में शामिल विधायकों को वे छोड़ने नहीं जा रहे हैं. कोई विधायक कैसे दल छोड़कर चला जाएगा? जाने से पहले विधानसभा से त्याग पत्र देना होगा. फिर वहां चुनाव होगा और हमारी ही जीत होगी. उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान विपक्ष की अनुपस्थिति पर टिप्पणी की.नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस समय सदन में रहना चाहिए. असल में विपक्ष के पास कहने के लिए कुछ नहीं है. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई है. विपक्ष के लोग इन उपलब्धियों से इनकार नहीं कर सकते हैं. कुमार ने कहा कि विपक्ष के पास कहने के लिए कुछ नहीं है, क्योंकि सरकार लगातार जनता के हित में काम कर रही है.
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