सिटी पोस्ट लाइव : आखिरकार कांग्रेस की तरफ से विपक्षी एकता को आगे बढाने की पहल शुरू कर दी गई है.कांग्रेस ने विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के अभियान में भागीदारी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आमंत्रित किया है,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को यहां बताया कि तीन दिन पहले उनकी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से बातचीत हुई थी.इससे पहले कुमार ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से नई दिल्ली में मुलाकात की थी.उन्होंने संकेत दिया है कि विपक्ष को एक मंच पर लाने के लिए देश के अन्य राज्यों का दौरा करेंगे.
18 फरवरी को भाकपा माले के अधिवेशन मंच पर उपस्थित कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने दो टूक कहा था कि कांग्रेस बिना देर किए विपक्षी एकता की पहल करे.25 फरवरी को किशनगंज में आयोजित महागठबंधन की रैली में भी उन्होंने कांग्रेस से विपक्ष की एकता की अपील की थी. इस पृष्ठभूमि में खरगे और नीतीश की बातचीत को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
भाजपा से अलग होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेवर केंद्र सरकार के प्रति लगातार तल्ख हैं. बिहारशरीफ और सासाराम के सांप्रदायिक तनाव के लिए उन्होंने संकेत में भाजपा को जिम्मेवार ठहराया था.वह गृह मंत्री अमित शाह के इस दावे पर तंज कर रहे हैं, जिसमें कहा जाता है कि नीतीश के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हो गए हैं.समझा जाता है कि जल्द ही कांग्रेस नई दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाएगी. इसमें नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.नीतीश के अलावा खरगे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से भी बातचीत की.
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