लालू यादव से CM नीतीश कुमार की मुलाक़ात.
लालू प्रसाद ने नीतीश को आश्वासन दिया, कहा घबराए के जरूरत नईखे...सब हो जाई.
सिटी पोस्ट लाइव : RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री विजय चौधरी राबड़ी आवास पहुंचे.पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच 20 मिनट की मुलाकात हुई. बीजेपी विरोधी पार्टियों को एकजुट करने पर बात आगे बढ़ाने पर बातचीत हुई. नीतीश कुमार ने कहा कि जब आप पटना आ गए हैं और आगे और नेता से भी बातचीत हो.लालू प्रसाद ने कहा घबराए के जरूरत नईखे…सब हो जाई.
लालू पार्टी की नई कमेटी से मिलेंगे. पार्टी को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत करने के साथ-साथ नरेन्द्र मोदी को रोकने की रणनीति पर भी काम करेंगे. नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा विरोधी पार्टियों को एकजुट किया जा रहा है. इससे जुड़ी कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक भी संभावित है. उसमें भी लालू प्रसाद के शामिल होने की उम्मीद है.लालू प्रसाद को महागठबंधन और RJD के अंदर की इन गुत्थियों को निपटाना है. RJD के समर्थकों को सबसे अधिक इंतजार इस बात का है कि नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी कब सौंपते हैं. लालू प्रसाद भी तेजस्वी को इस कुर्सी पर बैठते हुए देखना चाहते हैं. बदले में वे नीतीश को पीएम बनाने की मुहिम के दमदार चेहरा हैं.
नीतीश-तेजस्वी सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है. कांग्रेस दो और मंत्री पद की मांग कर रही है. कांग्रेस के दो मंत्री अफाक करीम और मुरारी गौतम पहले से सरकार में मंत्री हैं. दूसरी तरफ तेजस्वी यादव कह चुके हैं कि कांग्रेस को एक और मंत्री पद देना है. यानी RJD और कांग्रेस के बीच तनातनी है.मंत्रिमंडल में RJD के मंत्री कार्तिक कुमार और सुधाकर सिंह को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था. कार्तिक अनंत सिंह के खास हैं और सुधाकर सिंह, RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं. इसलिए RJD को दो मंत्री पद मिलना है. ऐसे में उन्हें अब ये फैसला लेना होगा कि कार्तिक और सुधाकर की जगह कौन लेंगे.
मनेर से RJD विधायक और वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र को मुख्य प्रवक्ता के पद से हटाकर कुछ दिन पहले पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव को मुख्य प्रवक्ता बना दिया गया है. भाई वीरेंद्र के समर्थकों में इसको लेकर बहुत नाराजगी है.भाई वीरेंद्र पाटलिपुत्रा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं. जानकारी है कि रीतलाल यादव भी अभी से इस सीट के लिए ताल ठोंक रहे हैं. भाई वीरेंद्र ने खुद कहा है कि उन्हें कई बार दूसरी पार्टियों से ऑफर आया लेकिन वे लालू प्रसाद के खूंटा ठोंक कार्यकर्ता हैं.
माले लगातार महागठबंधन में कॉर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग कर रही है. लालू प्रसाद के शासन काल में भदाही कांड हुआ था जिसमें एक दारोगा और तीन लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने कइयों को टाडा के तहत जेल में डाला.अब माले की मांग है कि जब आनंद मोहन जैसे व्यक्ति को अपने राजनीतिक फायदे के लिए जेल से बाहर किया गया है तो टाडा के तहत जेल में बंद लोगों की रिहाई क्यों नहीं हो सकती, जिनका उम्र 80 वर्ष के लगभग हो चुकी है और इसमें से ज्यादातर बीमार हैं. माले के विधायक इसको लेकर धरना भी दे रहे हैं.
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