सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव में बीजेपी केवल अपनी सीट पर ही नहीं बल्कि सहयोगी दलों की सीट पर भी जीत सुनिश्चित करने के लिए विशेष तैयारी करेगी. प्रदेश की सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत पक्की करने के लिए पार्टी माह में दो बार बैठक करेगी. बैठक में लोकसभा प्रभारी के अलावा पार्टी विस्तारक चुनावी उद्देश्य से जमीनी वस्तुस्थिति पर चर्चा करेंगे.संसदीय सीटों की एक-एक विधानसभा, संगठनात्मक मंडल और शक्ति केंद्र से लेकर बूथों पर सीधी नजर रखने के लिए पार्टी की ओर से फुलप्रुफ हाईटेक योजना बनाई गई है.
कमजोर बूथों को मजबूत करने की जिम्मेदारी अभी से तय होगी.चेहरा चमकाने के बजाए भूमिगत रूप से संगठन गढ़ने वाले कार्यकर्ताओं को श्रेष्ठ प्रदर्शन का दायित्व सौंपा जा रहा है. 40 वरिष्ठ नेताओं के अगुवाई में प्रत्येक लोकसभा सीट पर 50-50 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की फील्डिंग की व्यवस्था की गई है.पार्टी नेतृत्व ने पिछले चार चुनावों (2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव और 2015 व 2020 के विधानसभा चुनाव) के परिणाम पर कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के अनुसार कमजोर बूथों को मजबूत करने की तैयारी की है. सरल एप पर पार्टी के पास पहले से ही एक-एक बूथ पूरी जानकारी उपलब्ध है. बूथ स्तर की मानीटरिंग प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर शुरू हो गई है.
बीजेपी की विशेष नजर JDU की सीटों पर है. चुनाव के दौरान राजद, कांग्रेस और वामदलों के खाते में जाने वाली सीटों के लिहाज से तैयारी की जा रही है. सहयोगी दलों के उम्मीदवारों को लेकर भी बीजेपी का हस्तक्षेप रहेगा.सहयोगी दल किसी कमजोर उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतार पायेगा.आगामी आंदोलन के लिए उन्हीं मुद्दों व विषयों को लेकर आगे बढ़ेगी, जिन पर सहजता से जनमत जुटाया जा सके. लोकसभा के उन क्षेत्रों पर विशेष फोकस रहेगा, जो अभी जदयू के कब्जे में हैं और जहां पिछले चुनावों में भाजपा की संभावना बलवती नहीं रही है.
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