सिटी पोस्ट लाइव :विपक्षी एकता की नीतीश कुमार की मुहीम का असर दिखने लगा है.पटना में देश में विपक्षी एकता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में 23 जून को होने वाली बैठक को लेकर बीजेपी के कान खड़े हैं.बीजेपी ने भी रणनीति बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. 14 जून को बिहार भाजपा कोर ग्रुप की बैठक दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने बुलाई है.माना जा रहा है कि भाजपा 23 जून को ही बिहार में महागठबंधन दलों के शीर्ष नेताओं की होने वाली मैराथन बैठक के दिन पटना में बड़ा आयोजन करेगी. यह पहल सीधे-सीधे महागठबंधन को जवाब देने के लिए की जा रही है.
भाजपा हर दृष्टिकोण और राजनीतिक दांव-पेंच के साथ महागठबंधन को घेरने की तैयारी कर रही है. विपक्षी दलों के 15 से अधिक दलों के दिग्गजों को राष्ट्रीय स्तर पर संदेश देने के लिए बीजेपी के रणनीतिकारों ने भी घेराबंदी तेज कर दी है. इस मुहिम में बीजेपी को कामयाबी भी मिलती दिख भी रही है.ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के अलावा छह क्षेत्रीय क्षत्रपों को तोड़ने में बीजेपी सफल हो गई है.
बिहार भाजपा के प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, बिहार भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय के अलावा पूर्व मंत्री मंगल पांडेय, प्रदेश संगठन महामंत्री भीखुभाई दलसानिया, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ और बिहार के सहप्रभारी सुनील भाई ओझा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के बैठक में शामिल होने की संभावना है.
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