सिटी पोस्ट लाइव : भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह हिंदू स्वाभिमान यात्रा को लेकर विपक्ष तो हमलावर है ही साथ ही जेडीयू ने भी विरोध शुरू कर दिया है. अब तो ऐसा लगता है कि गिरिराज सिंह के इस यात्रा के साथ उनकी पार्टी बीजेपी भी खड़ी नहीं है. 18 अक्टूबर गिरिराज सिंह यात्रा पर से निकल रहे हैं. भागलपुर से शुरू होने वाली यह यात्रा 19 अक्टूबर को कटिहार पहुंचेगी. इसके बाद 20 अक्टूबर को पूर्णिया, 21 अक्टूबर को अररिया होते हुए 22 अक्टूबर को किशनगंज पहुंचेगी. लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि क्या बीजेपी का इस यात्रा को समर्थन है या गिरिराज सिंह अकेले ही इस यात्रा के जिम्मेवार हैं?
पत्रकारों ने दिलीप जायसवाल से जब और गहराई से पूछा कि गिरिराज की यात्रा को लेकर विपक्ष आरोप लगा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले इन लोगों ने जाति धर्म की राजनीति शुरू कर दी है, इस पर दिलीप जायसवाल ने कहा अब इस पर मैं कुछ बात नहीं कर सकता हूं कि कौन सा यात्रा है कैसी यात्रा है, लेकिन यह जरूर बोलूंगा कि भारतीय जनता पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास और इस देश को आगे बढ़ाने का काम करती है. बुधवार को दिलीप जायसवाल ने पटना में मीडिया में बात करते हुए फिर कहा कि उनकी यात्रा भाजपा और पार्टी की नहीं है और इस पर मैं कोई कमेंट नहीं करूंगा. उन्होंने इसके साथ यह भी कहा कि गिरिराज सिंह की यात्रा से नीतीश कुमार की सेक्युलर इमेज को कोई खतरा नहीं है. नीतीश की सेक्युलर इमेज के साथ दिलीप जायसवाल साथ खड़े हैं बिल्कुल यहां किसी को घबराने की जरूरत नहीं है.
जाहिर है बीजेपी अध्यक्ष के इस बयान से कंफ्यूजन क्रिएट हो रहा है, क्योंकि गिरिराज सिंह के इस यात्रा को भाजपा के दूसरे विधायक हरीभूषण सिंह ठाकुर बचौल ने बिल्कुल ही जायज कर दिया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि गिरिराज सिंह की यात्रा को भाजपा के एक तबके का समर्थन भी है, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष का बयान बेहद कंफ्यूज करने वाला है.गौरतलब है कि गिरिराज सिंह की प्रस्तावित यात्रा 18 अक्टूबर को भागलपुर के बूढ़ानाथ मंदिर के शुरू होगा वहां पूजन हवन के बाद यह यात्रा भागलपुर कटिहार पूर्णिया अररिया होते हुए किशनगंज तक जाएगी किशनगंज यह चारों जिले मुस्लिम बहुल हैं और यहां की लगभग 40% आबादी मुसलमानों की है. इस यात्रा को लेकर तेजस्वी यादव ने भी गिरिराज सिंह को निशाने पर लिया है.
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