सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व सांसद आनंद मोहन समेत 27 कैदियों की रिहाई से पहले जेल के नियमों में संशोधन किए जाने को लेकर बीजेपी लगातार सवाल खड़ा कर रही है.अब पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पूछा है कि सीएम नीतीश कुमार ने आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की पत्नी और बेटियों के लिए क्या किया? पूर्व डीएम के परिवार के प्रति कोई फर्ज बनता था कि नहीं?रविशंकर प्रसाद कहा कि आज भी ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मियों पर लगातार हमले की गंभीर घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में नीतीश सरकार 2016 में पहले यह कानून लाई और फिर अब उसे हटा दिया.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश को इसका आधार जनता को स्पष्ट करना चाहिए.विशंकर ने शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर महागठबंधन सरकार की कार्यप्रणाली और जी कृष्णैया मामले में निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि भाजपा जी कृष्णैया परिवार की पीड़ा के साथ हैं.उन्होंने कहा कि जब आनंद मोहन पर केस हुआ और लोअर कोर्ट का ट्रायल हुआ, तब बिहार में लालू की सरकार थी. जब उन्होंने अपील की और सुप्रीम कोर्ट ने सजा बहाल की तब नीतीश कुमार की सरकार थी. उस समय नीतीश कुमार ने विरोध क्यों नहीं किया?
प्रसाद ने महागठबंधन सरकार से पूछा कि उन्होंने कृष्णैया की पत्नी और बेटियों के लिए क्या किया? पूर्व डीएम के परिवार के प्रति कोई फर्ज बनता था कि नहीं?सासाराम दंगे में एक महीने बाद भाजपा नेता जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि यह सरकार की नीयत बताती है. उन्होंने गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी भर्त्सना की। साथ ही कहा कि नीतीश कुमार यह दोहरे मापदंड का काम है. जनता सब देख रही है. पूर्व मंत्री नितिन नवीन और विधायक अरुण सिन्हा के अलावा कई नेता मौजूद थे.
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