सिटी पोस्ट लाइव : किसी भी वक्त लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है.लेकिन बिहार में कांग्रेस बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) तक नहीं बना पाई है. इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व कई बार लिखित में आग्रह कर चुका है, लेकिन पांच तिशत मतदान केंद्रों पर भी एजेंट नहीं बनाए जा सके हैं. बिहार में कुल 77392 मतदान केंद्र हैं. प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो बीएलए (बीएलए-1 और बीएलए-2) बनाए जाने हैं. बीएलए-2 वस्तुत: बीएलए-1 के सहयोग के लिए होंगे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मतदाता सूची लेने और संबंधित मतदान केंद्रों से जुड़ी किसी भी प्रकार की आपत्ति-शिकायत के लिए बीएलए अधिकृत होते हैं.
पार्टी द्वारा बीएलए का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उनकी सूची नेशनल वार-रूम से साझा करने का भी आग्रह किया गया था. महिला दिवस के उपलक्ष्य में मतदान केंद्रों पर महिलाओं की नुक्कड़ सभा का आयोजन भी करना था, जो कि नहीं हुआ.प्रदेश इकाई से जुड़े एक नेता का कहना है कि कांग्रेस की चुनावी तैयारियों के आकलन के लिए इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा. पार्टी के प्रदेश मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में प्रदेश वार-रूम का उद्घाटन तो हो गया, लेकिन उसके आगे कोई पहल नहीं हुई.
वार-रूम हेड से पूछे गए तीन प्रश्न भी अनुत्तरित हैं. पहला प्रश्न, बीएलए के रजिस्ट्रेशन के बारे में पता है या नहीं? लोकसभा क्षेत्र में किसान न्याय गारंटी होर्डिंग्स लगे या नहीं? अनुमंडलों में एसडीएम कार्यालय के सामने जस्टिस फार सुमेश अभियान के तहत विरोध-प्रदर्शन हुआ या नहीं?
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