सिटी पोस्ट लाइव : बिहार जातीय जनगणना के दौरान हुए आर्थिक सर्वेक्षण की report मंगलवार को विधान सभा में पेश कर दी गई.इस रिपोर्ट के अनुसार बिहार में रहने वाले एक तिहाई से अधिक परिवार 6,000 रुपये (200 रुपये प्रतिदिन) या उससे कम की मासिक आय में गुजारा कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि कथित ‘ऊंची’ जातियों में भी गरीबी है, हालांकि पिछड़े वर्गों, दलितों और आदिवासियों में यह प्रतिशत काफी अधिक है.
संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में लगभग 2.97 करोड़ परिवार रहते हैं, जिनमें से 94 लाख से अधिक (34.13 प्रतिशत) गरीब हैं. 50 लाख से अधिक बिहारवासी आजीविका या बेहतर शिक्षा के अवसरों की तलाश में राज्य से बाहर रह रहे हैं. दूसरे राज्यों में जीविकोपार्जन करने वालों की संख्या लगभग 46 लाख है, जबकि अन्य 2.17 लाख लोग विदेश चले गए हैं.
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