सिटी पोस्ट लाइव
रांची । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में झारखंड में रेलवे का बजट 16 गुना बढ़ा है, जो 457 करोड़ रुपये से 7302 करोड़ रुपये हो गया है। वैष्णव सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए झारखंड में रेलवे के विकास पर जानकारी दे रहे थे। रेल मंत्री ने झारखंड में रेलवे के 100प्रतिशत इलेक्ट्रिफाइड होने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इससे राज्य में रेल यातायात में सुधार होगा। डीआरएम जसमीत एस बिंद्रा ने बताया कि राज्य में नये ट्रैक बिछाने के लिए 34 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इन परियोजनाओं पर 56,694 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
ये हुए है काम
- रेलवे फ्लाईओवर और अंडर ब्रिज: 2014 से अबतक राज्य में 445 रेलवे फ्लाईओवर और अंडर ब्रिज बनाये गए हैं।
- झारखंड से 12 वंदे भारत ट्रेन अलग-अलग राज्यों के लिए चलाई जा रही है।
- 2009-14 के दौरान प्रतिवर्ष औसतन 57 किमी नये ट्रैक बिछाए गये, जबकि 2014-25 के दौरान यह संख्या दोगुनी होकर 119 किमी हो गई।
- झारखंड में 100प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है।
- नए प्रोजेक्ट राज्य में फिलहाल नये ट्रैक बिछाने को 34 प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिन पर 56694 करोड़ रुपए व्यय होंगे।
- 57 अमृत स्टेशनों को विकसित किये जाने का कार्य जारी है, जिस पर 2,134 करोड़ की लागत आनी है।
- कवच के लिए 400 टेंडर/वर्क्स प्रोग्रेस में हैं, जिस पर 1693 करोड़ की लागत आनी है।
- रांची, हटिया और टाटानगर रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है, जिस पर कुल लागत 1147 करोड़ की लागत आनी है।