सिटी पोस्ट लाइव : बांग्लादेश में जारी हिंसा और उपद्रव से बिहार को भी काफी नुकशान हो रहा है. भागलपुर के कपड़े के व्यापार पर इसका बड़ा प्रभाव देखने को मिल रहा है. यहाँ के कपड़े के व्यवसाय का ताल्लुक डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रूप से बांग्लादेश से जुड़ा हुआ है, लेकिन वहां हो रहे प्रदर्शनों के कारण यह ठप पड़ गया है. ऐसे में यहां के बुनकरों की रोजी-रोटी पर आफत आ गई है. नाथनगर के कपड़ा गोदाम भरे पड़े हैं क्योंकि बांग्लादेश का आर्डर रद्द हो गया है.
भागलपुर के कारोबारियों के अनुसार बांग्लादेश करीब 5 करोड़ का माल भेजा जा चुका था, जो वहां फंसा पड़ा हुआ है. इतना ही नहीं, अभी यहां पर पूरे क्षेत्र में करीब 3 से 5 करोड़ का माल बनाकर रखा हुआ है. कुल मिलाकर करीब 10 करोड़ का कपड़ा अभी फंसा हुआ है. अब हालत ऐसी हो गई है कि लूम बंद पड़ गया है क्योंकि पूंजी खत्म हो गई है. सबसे खास बात यह है कि हमारी रोजी-रोटी इसी पर टिकी हुई है. अगर समय पर स्थिति ठीक नहीं हुई, तो इतना बड़ा माल खपाना काफी मुश्किल होगा.”
“यहां का कपड़ा बांग्लादेश डिजाइन के लिए जाता है. यहां से लिनेन, सिल्क, कटिया सिल्क, तसर तसर, तसर मूंगा, कुर्ता, साड़ी समेत कई तरह के कपड़े डिजाइन के लिए भेजे जाते हैं. कढ़ाई प्रिंट, एम्ब्रोइडरी समेत कई तरह के डिजाइन के लिए यहां का कपड़ा मशहूर है. यहां का सिल्क का कुर्ता, सिल्क साड़ी और लिनेन का कपड़ा व्यापार के लिए भेजा जाता है. जो माल यहां फंसा हुआ है, वह हमारे व्यापार और रोजी-रोटी पर बड़ा प्रभाव डाल रहा है.”
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