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सहरसा। घरेलू विवाद के कारण एक महिला ने जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मामला सहरसा जिले के बनगांव थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव का है, जहां 27 वर्षीय सपना झा उर्फ राणा ने जहर खा लिया। परिवार वालों ने आनन-फानन में उसे एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
अस्पताल जाने को नहीं थी तैयार, निजी क्लिनिक में गयी जान
मृतका की पहचान चैनपुर वार्ड-14 निवासी अजय कुमार झा की पत्नी के रूप में हुई है। सपना झा चार बच्चों की मां थी। उसके परिवार में एक 6 साल की बेटी, 5 साल का बेटा, 4 साल की बेटी और 3 साल का बेटा है। सपना के पति अजय कुमार झा एक प्राइवेट शिक्षक हैं और घटना के समय घर पर नहीं थे।

बुधवार सुबह जब सपना सोकर उठी, तो उन्होंने उसे जल्दी उठने के लिए कहा। इसके बाद दोनों के बीच कोई विशेष बातचीत नहीं हुई और वह अपने काम से गांव में बांस काटने चले गए। दोपहर बाद जब वह घर लौटे, तो सपना ने जहर खा लिया था। परिजनों ने उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन वह जाने को तैयार नहीं हुई। इसके बाद परिवारवालों ने गांव के एक निजी क्लिनिक में उसका इलाज करवाया, जहां उसकी हालत बिगड़ती गई और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।
– अजय कुमार झा, पति
जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही बनगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि आत्महत्या का कारण सिर्फ घरेलू विवाद था या इसके पीछे कोई और वजह भी थी।
परिवार में छाया मातम
सपना झा की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम पसर गया है। चार छोटे-छोटे बच्चों से मां का साया उठने से माहौल गमगीन हो गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आसपास के ग्रामीण भी इस घटना से दुखी हैं और हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर सपना ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
घरेलू विवाद या कोई और वजह?
पुलिस अब इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि क्या सपना झा की मौत सिर्फ घरेलू विवाद के कारण हुई या इसके पीछे कोई और कारण भी छिपा है। पुलिस मृतका के पति और अन्य परिवार वालों से पूछताछ कर रही है। साथ ही, आसपास के लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है ताकि इस आत्महत्या की असली वजह सामने आ सके।
समाज में बढ़ती आत्महत्या की घटनाएं
इस तरह की घटनाएं समाज में तेजी से बढ़ रही हैं, जहां घरेलू कलह के कारण महिलाएं आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठा रही हैं। परिवारों में बढ़ती तनावपूर्ण परिस्थितियां, आपसी मनमुटाव और सामाजिक दबाव भी इस तरह की घटनाओं का कारण बनते हैं। यह जरूरी है कि परिवारजन एक-दूसरे को समझें और किसी भी विवाद को शांतिपूर्वक सुलझाने की कोशिश करें, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस की अपील
पुलिस का कहना है कि यदि किसी को मानसिक तनाव या घरेलू विवाद जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने के बजाय परिवार, दोस्तों या विशेषज्ञों से सलाह लेनी चाहिए। साथ ही, समाज को भी ऐसी समस्याओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।