सिटी पोस्ट लाइव : सरकार के लाख कोशिश के वावजूद लोगों की मानसिकता नहीं बदली है.अभी भी लोग बेटियों को बोझ ही मानते हैं. नालंदा में एक पिता ने अपनी जुड़वा दुधमुही बच्चियों को अस्पताल में छोड़ फरार हो गया है. 12 दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक कोई देखने तक नहीं आया है. अस्पताल कर्मी व एसएनसीयू वार्ड के डॉक्टर की देखरेख में दोनों नवजात शिशु इलाज चल रहा है. दोनों शिशु स्वस्थ बताए जा रहे हैं.
18 मई की शाम प्रसूता को इलाज के लिए चंडी थाना क्षेत्र के महानंदपुर गांव से एंबुलेंस के जरिए इलाज के बिहार शरीफ सदर अस्पताल लाया गया था. इस दौरान प्रसूता महिला को गाड़ी पर ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. एंबुलेंस के अस्पताल पहुंचते ही महिला ने जुड़वा बेटियों को जन्म दिया. इसके बाद प्रसूता की हालात सीरियस हो गई और उसे इलाज के लिए हायर सेंटर भेज दिया गया, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. हद तो तब हो गई जब मृतका रीना देवी का पति हरेंद्र पासवान बच्चियों को छोड़कर फरार हो गया. वहीं, अस्पताल से बच्चियों को ले जाने के लिए कॉल जाता है, तो वह फोन रिसीव करने के बाद कुछ बोलता नहीं है.
जुड़वा बेटियों की देखरेख कर रही सफाई कर्मी शीला देवी ने बताया कि अभी तक कोई देखने के लिए नहीं आया है. कॉल कर जब उसे पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी, लेकिन इसके बाद भी वह अस्पताल नहीं आया.वहीं, दोनों बच्चियों का इलाज कर रहे डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि एक बच्ची बहुत सीरियस थी, लेकिन सही समय पर प्रक्रिया के साथ इलाज चलने से दोनों बच्ची स्वस्थ हैं. दोनों का 800-800 ग्राम वजन है. साथ ही उन्होंने कहा कि परिजनों को बच्चियों को घर ले जाना चाहिए.