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मोतिहारी: मोतिहारी पुलिस शराब के खिलाफ जिले में एक बड़ा अभियान चला रही है, जिसके तहत रोजाना सैकड़ों लीटर अवैध शराब बरामद हो रही है और कई शराब माफियाओं की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है। लेकिन इसके साथ ही मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात ने एक अनोखा कदम उठाया है। उन्होंने जिले के लक्ष्मीपुर गांव को चिन्हित किया है, जहां एक भी व्यक्ति शराब का सेवन नहीं करता।
यह वही गांव है, जो 2023 में जहरीली शराब के सेवन से कई जानें गंवा चुका था, लेकिन उस घटना ने गांव के लोगों को शराब से दूर रहने की सीख दी। अब यह गांव शराब मुक्त हो चुका है। इस अद्भुत बदलाव को देखते हुए एसपी स्वर्ण प्रभात ने गांव जाकर वहां के लोगों को शराब न पीने की शपथ दिलाई और उन्हें इस निर्णय के लिए बधाई दी। उन्होंने बच्चों के बीच चॉकलेट बांटकर उनका उत्साह भी बढ़ाया।
लक्ष्मीपुर, मोतिहारी का पहला ऐसा गांव बन चुका है जहां शराब बंदी का पूरी तरह पालन हो रहा है। यह परिवर्तन न केवल गांव के लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गया है। इस गांव के लोग अब जान चुके हैं कि शराब से होने वाली घटनाओं और नुकसानों से दूर रहकर उनका जीवन सुरक्षित और खुशहाल हो सकता है।
बता दें सरकार ने शराबबंदी कानून में कुछ संशोधन किए, जो एक अप्रैल 2022 से प्रभावी हुए। इन बदलावों के तहत, शराबबंदी के दौरान उत्पाद धारा 37 ए, बी और सी को एकल धारा 37 में समाहित कर दिया गया। अब यदि कोई व्यक्ति शराब पीते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे दो से पांच हजार रुपये तक का जुर्माना और तीस दिनों तक की सजा हो सकती है। अगर वही व्यक्ति दूसरी बार शराब पीते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे एक साल तक की सजा हो सकती है।