बिहार में बाल तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, आरपीएफ ने कराया 5 बच्चों को मुक्त

Manshi Sah

सिटी पोस्ट लाइव

रोहतास: सासाराम आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए ट्रेन से दो बाल तस्करों को गिरफ्तार किया और 5 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। यह घटनाक्रम उस समय हुआ जब रेलवे द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन ‘आहट’ के तहत सासाराम आरपीएफ और बचपन बचाओ आंदोलन संस्था ने मिलकर इस सफलता को हासिल किया।

आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि इस अभियान के दौरान तीन नाबालिग लड़कियों और दो नाबालिग लड़कों को ले जा रहे दो बाल तस्करों को गिरफ्तार किया गया। यह अभियान वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त डीडीयू जेथीन बी राज के निर्देश पर चलाया गया।

सासाराम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर गाड़ी संख्या 12321 अप मुंबई मेल में ये तस्कर पकड़े गए। जब उनसे पूछताछ की गई, तो एक तस्कर सुदामा कुमार, जो सासाराम का निवासी है, ने बताया कि तीनों लड़कियों को छत्तीसगढ़ राज्य से आर्केस्ट्रा में नचवाने के लिए लाया था और इसके बदले उन्हें 6 महीने में 60-70 हजार रुपये दिए गए थे।

वहीं, दूसरे तस्कर ने बताया कि वह रजौली, झारखंड का रहने वाला था और दोनों नाबालिग बच्चों को महाराष्ट्र ले जा रहा था, जहां उन्हें प्लास्टिक के पैकेट बनाने का काम दिया जाता, और हर महीने 12 से 15 हजार रुपये मिलते थे।

इस सूचना के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन सासाराम की टीम मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई के लिए इन पांचों नाबालिग बच्चों को बाल कल्याण समिति सासाराम के समक्ष पेश किया। इस सफल अभियान ने बाल तस्करी के खिलाफ बड़ी जीत हासिल की है। यह न केवल पांच मासूमों की जिंदगी को तबाह होने से बचाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जब तक प्रशासन और समाज एकजुट रहते हैं, ऐसे अपराधों को रोका जा सकता है।

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