सिटी पोस्ट लाइव
पटना। बिहार में शराबबंदी को लेकर एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जो पूरे राज्य को हिलाकर रख सकती है। पटना के लहसुना थाना के थाना प्रभारी और दो सहायक दरोगा ने शराब के साथ पकड़े गए एक व्यक्ति से पैसे लेकर उसे छोड़ा, और शराबबंदी की नीति का मखौल उड़ा दिया। यह पूरी घटना राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती है।
जब इस कृत्य की जानकारी पटना के एसएसपी को मिली, तो उन्होंने तुरंत संज्ञान लिया और कड़ी कार्रवाई की। लहसुना थाना के थाना प्रभारी और दोनों सहायक दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, और उनके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया। इस कदम से यह साफ हो गया कि बिहार सरकार शराबबंदी के प्रति अपनी सख्ती बनाए रखेगी और किसी भी भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी।
इस घटना से राज्य के नागरिकों में गुस्सा और नाराजगी की लहर है। लोगों का कहना है कि पुलिस खुद नियमों का पालन करने में नाकाम रही है, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है। शराबबंदी की नीति को ताक पर रखकर रिश्वतखोरी का यह मामला राज्य के लिए एक काला धब्बा बनकर उभरा है।
एसएसपी ने गांधी मैदान के दरोगा खुशबू कुमारी को लहसुना थाना का नया थानेदार नियुक्त किया है। यह बदलाव इसलिए किया गया, ताकि इस तरह की गड़बड़ियों से निपटा जा सके और लोगों का विश्वास वापस लाया जा सके।
आखिरकार, इस शर्मनाक कृत्य के सामने आने से यह स्पष्ट हो गया कि भ्रष्टाचार कहीं न कहीं सिस्टम में जड़ें जमा चुका है। अब यह देखना बाकी है कि जांच के बाद दोषियों को कितनी सख्त सजा दी जाती है और राज्य में शराबबंदी की नीति को लेकर क्या सुधारात्मक कदम उठाए जाते हैं।