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नीलेश मुखिया की पत्नी ने की योगी मॉडल की मांग.

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सिटी पोस्ट लाइव :नीलेश मुखिया की पत्नी ने अपने पति की हत्या को लेकर सरकार और प्रशासन पर कई सवाल उठाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में जंगल राज चल रहा है. बिहार में दिनदहाड़े कभी भी कहीं भी किसी की भी हत्या कर दी जा रही है. कई हत्याओं के मामलों में अपराधी बेल पर खुलेआम घूम रहे हैं. सुचित्रा सिंह ने कहा कि अब तक किसी भी मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के द्वारा नहीं की गई है. 31 जुलाई को दिनदहाड़े मेरे पति नीलेश मुखिया के ऊपर अपराधियों द्वारा सात गोलियां दाग दी.इसके बाद अभी तक किसी भी मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

 

 उन्होंने अपने पति के हत्यारों पप्पू यादव, धप्पू यादव और गोरख यादव को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कहा कि  बिहार में यूपी सरकार की तरह कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार अपने राज्य में जैसा न्याय व्यवस्था बना रही है. वह बहुत सही है. ऐसी व्यवस्था बिहार में भी होनी चाहिए. अगर अपराधी अपराध कर कर भागता है तो उसके घर पर बुलडोजर चलवा दिया जाता है. नीलेश मुखिया की पत्नी सुचित्रा सिंह ने यह भी कहा कि धन तो फिर कमाया जा सकता है लेकिन वह अपने पति को कहां से लाएं…

 

नीलेश मुखिया की पत्नी ने बताया कि उनके पति और परिवार वालों पर जान से करने का खतरा काफी सालों से मंडरा रहा था. उन्होंने इस बारे में पुलिस को लिखित में आवेदन भी दिया था, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई और कोई गार्ड मुहैया नहीं करवाया गया.जब नीलेश मुखिया की हत्या कर दी गई तब पुलिस प्रशासन के द्वारा एक बार मुहैया करवाया गया. सुचित्रा सिंह ने बताया कि साल 2017 से ही बार-बार जान से मारने की धमकियां मिल रही थी.

 

उन्होंने बताया कि साल 2017 में जब उन्होंने चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. तब से इन लोगों का इन लोगों का रवैया हमारे प्रति बदल गया था. अक्सर चिड़चिड़ापन उनके बर्ताव में देखने को मिलता था. नामजद आरोपियों को चिढ़ थी कि क्यों हमारा परिवार इनसे आगे बढ़ रहा है.अब इन्होंने मेरे पति की हत्या कर दी है.सुचित्रा सिंह ने यह भी कहा कि जब उन्होंने चुनाव में जीत हासिल की थी उसके 6 महीने बाद नीलेश मुखिया के करीबी वीर मणि यादव की भी सोनपुर के दफ्तर से लौटते हुए दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी.उन्होंने कहा कि यह आरोपी एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, चार नहीं ना जाने कितनी हत्या की होगी. इसके बाद भी यह आरोपी बेल पर छूट जाते हैं और खुलेआम स्वतंत्र घूमते हैं.

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