चोरी के शक में भीड़ ने की दो युवकों की पिटाई, एक की मौत, दूसरा अस्पताल में भर्ती

मॉब लिंचिंग में एक की मौत, दूसरा अस्पताल में भर्ती

Rahul
By Rahul

सिटी पोस्ट लाइव

नवादा। बिहार के नवादा जिले में मॉब लिंचिंग की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में ग्रामीणों ने चोरी के संदेह में दो युवकों को पकड़ लिया और बेरहमी से पीट दिया। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।

एक की जान गई, दूसरे की हालत गंभीर

मृत युवक की पहचान विनोद प्रसाद के पुत्र मृत्युंजय कुमार के रूप में हुई है, जबकि घायल युवक अवधेश प्रसाद के पुत्र प्रवेश कुमार हैं। गंभीर हालत में प्रवेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। घटना बुधवार रात की बताई जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, ग्रामीणों ने दोनों युवकों को चोरी करने के शक में पकड़ा। देखते ही देखते वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और गुस्साए लोगों ने बिना कुछ सोचे-समझे दोनों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।

पिटाई इतनी गंभीर थी कि मृत्युंजय कुमार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना के एएसआई जितेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायल प्रवेश कुमार को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने इलाके में भय और चिंता का माहौल बना दिया है। प्रशासन की कोशिश है कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़कर इलाके में शांति व्यवस्था बहाल की जाए।

“मेरा बेटा चोर नहीं था” – मृतक की मां

मृतक की पहचान विनोद प्रसाद के पुत्र मृत्युंजय कुमार के रूप में हुई है, जबकि घायल युवक अवधेश प्रसाद के पुत्र प्रवेश कुमार हैं। जब पुलिस ने मृत्युंजय का शव उसके परिजनों को सौंपा, तो घर में कोहराम मच गया। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। उनकी मां बेसुध होकर बार-बार यही कह रही थी, “मेरा बेटा चोर नहीं था, उसे बेवजह मार दिया गया।”

मृत्युंजय के पिता विनोद प्रसाद ने बताया कि उनका बेटा मेहनत-मजदूरी करता था और किसी गलत काम में शामिल नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि “गांव के कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश में उसे फंसा दिया और भीड़ ने बिना सच जाने उसे पीट-पीटकर मार डाला। अगर पुलिस समय पर पहुंच जाती, तो मेरे बेटे की जान बच सकती थी।”

घायल प्रवेश की हालत नाजुक, दहशत में परिवार

अस्पताल में भर्ती प्रवेश कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके परिवार वाले डरे हुए हैं और उसे न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। प्रवेश के पिता अवधेश प्रसाद का कहना है कि “हमारे बेटे को बेवजह पीटा गया, हम दोषियों की सख्त सजा चाहते हैं।”

इलाके में तनाव, ग्रामीणों में डर

इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। लोग डरे हुए हैं और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कानून हाथ में लेने की प्रवृत्ति बढ़ रही है और पुलिस को इस पर सख्त कदम उठाने चाहिए।

अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस मामले में त्वरित कार्रवाई करेगा, या यह भी अन्य मामलों की तरह लंबी जांच में उलझकर ठंडे बस्ते में चला जाएगा? परिजनों को उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा, लेकिन यह उम्मीद कब हकीकत में बदलेगी, यह देखना बाकी है।

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