सिटी पोस्ट लाइव
बेतिया। बेतिया के नरकटियागंज से बड़ी खबर सामने आई है, जहां पति-पत्नी के झगड़े के बाद नाराज पति ससुराल पहुंचा और वहां अपने शरीर पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। हालांकि, स्थानीय लोगों की सतर्कता से उसे आग की लपटों से किसी तरह बचाया गया और तुरंत 112 की पुलिस टीम को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने घायल युवक को अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया।

क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे और पत्नी बार-बार मायके चली जाती थी। कुछ दिनों पहले भी युवक का अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ था, जिसके बाद पत्नी गुस्से में मायके रामपुर गोखुला चली गई थी। इस बार जब रामबाबू उसे लेने पहुंचा तो पत्नी ने ससुराल वापस आने से इनकार कर दिया। इसी नाराजगी में युवक ने पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग के हवाले कर लिया। इस घटना में वह 60 प्रतिशत तक जल गया है और उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। घायल युवक की पहचान बगहा थाना क्षेत्र के पिपरिया बड़गांव निवासी शिवपूजन चौधरी के बेटे रामबाबू चौधरी के रूप में हुई है।

पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप
इधर रामबाबू की पत्नी सुनीता देवी ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पति हमेंशा मारपीट और गाली-गलौज करते हैं। जान से मारने की धमकी देते हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि पति की प्रताड़ना से तंग आकर पांचवीं बार वो मायके आयीं हैं। सुनीता ने बताया कि उनके पति ने उनका सिर भी फोड़ दिया था और हाथ पर भी धारदार हथियार से वार कर उन्हें घायल कर दिया था।
पति की प्रताड़ना से तंग आकर मैं मायके आयी थी। मेरे पति हमेंशा शराम पीकर घर आते हैं और मारपीट करते हैं। गाली-गलौज करते हैं। मुझे जान से मारने के लिए दाब (एक प्रकार का धारदार हथियार) लेकर दौड़े तो मैंने शोर मचाया। आस-पास के लोगों ने मुझे बचाया। इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया था। मायके आने के बाद भी हमसे कोई बात-चीत नहीं है। मेरी तीन बेटियां हैं उन्हें भी चैन से नहीं रहने देते हैं। एक बार उन्होंने मेरा सिर भी फोड़ दिया था और हाथ भी काट दिया था। यहां भी शराम पीकर आये हैं और खुद को आग लगा लिये हैं।
सुनीता देवी, घायल रामबाबू की पत्नी

पति-पत्नी में अक्सर होते रहते थे। मेरी लड़की ससुराल से भाग कर मायके आयी तो हमने घर में रखा। इसके 10 दिन के बाद रामबाबू आये और बिना किसी से कुछ बातचीत किये खुद को आग के हवाले कर दिया। मेरे घर के आगे ऐसी घटना होने के बाद आस-पास के लोग बचाने दौड़े तब हमें इस बात की जानकारी हुई कि मेरे दामाद ने ही ऐसा किया है।
सुनीता के पिता